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This Article is From Sep 23, 2017

दम्पति की संन्यास दीक्षा : गुजरात बाल अधिकार आयोग ने पूछा- बच्ची का भविष्य क्या होगा?

आयोग ने सूरत जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन से दम्पति की तीन वर्षीय बेटी के भविष्य को लेकर उठाए गए कदमों की जानकारी मांगी

दम्पति की संन्यास दीक्षा : गुजरात बाल अधिकार आयोग ने पूछा- बच्ची का भविष्य क्या होगा?
मध्यप्रदेश के जैन दम्पति सुमित राठौड़ और उनकी पत्नी अनामिका ने संन्यास दीक्षा लेने की घोषणा की है.
अहमदाबाद: गुजरात बाल अधिकार आयोग ने उस जैन दम्पति द्वारा अपने तीन वर्षीय पुत्री का भविष्य सुरक्षित करने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में सूरत जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन से शुक्रवार को रिपोर्ट मांगी जिसने गुरुवार को संन्यास दीक्षा लेने की घोषणा की है.

मध्यप्रदेश के सुमित राठौड़ और उनकी पत्नी अनामिका ने गत सप्ताह अपने धर्म श्वेतांबर जैन की परंपरा के तहत भिक्षु बनने के निर्णय की घोषणा की थी. उन्होंने इसके साथ ही अपनी तीन वर्ष की पुत्री और 100 करोड़ रुपये की सम्पत्ति भी छोड़ने की बात कही थी. उनके परिवार के सदस्यों ने शुक्रवार को सूरत में कहा कि दीक्षा कार्यक्रम साधुमार्गी जैन आचार्य रामलाल महाराज की देखरेख में होगा.

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गुजरात राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग (जीएससीपीसीआर) अध्यक्ष जागृति पंड्या ने कहा कि दम्पति की पुत्री के भविष्य की चिंता को लेकर एक व्यक्ति ने हाल में आयोग में एक आरटीआई अर्जी दायर की है.

VIDEO : 100 करोड़ की संपत्ति का त्याग

जागृति पंड्या ने कहा, ‘‘आरटीआई अर्जी के जरिए व्यक्ति ने हमसे जानना चाहा है कि यदि दम्पति भिक्षु बन जाते हैं तो बच्ची का क्या होगा.’’ चूंकि कार्यक्रम सूरत में हो रहा है, सूरत पुलिस आयुक्त एवं कलेक्टर से यह पता लगाने के लिए कहा गया है कि दम्पति ने अपनी पुत्री के भविष्य के लिए क्या कदम उठाए हैं. उनसे कहा गया कि वे आगे की कार्रवाई के लिए अपनी रिपोर्ट जीएससीपीसीआर में दें.
(इनपुट भाषा से)

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