ठाणे में बस से घर पहुंचने के लिए प्रवासी मजदूरों की लगी डेढ़ किमी लंबी लाइन..

सोशल डिस्‍टेंसिंग का पालन करते हुए हर बस में केवल 22 मजदूरों को ही बैठने की इजाजत दी जा रही है. कतार में पुरुष, महिलाएं और बच्‍चे लगे और करीब डेढ़ किमी लंबी यह लाइन बेहद धीमी गति से आगे बढ़ रही थी.फुटपाथ पर बैठे एक मजदूर ने बताया कि "मैं रात 10 बजे से यहां हूं."

ठाणे:

Coronavirus Pandemic: कोरोना वायरस की महामारी की बीच मुंबई और इसके उपनगरों से बेहद बड़े पैमाने पर प्रवासी मजदूर अपने घर लौट रहे हैं. महाराष्‍ट्र के ठाणे (Maharashtra's Thane)के बस स्‍टैंड पर सोमवार को प्रवासी मजदूरों की लंबी कतार लगी, ये सभी लोग अपने गृहनगर लौटने के लिए बस के इंतजार में यहां घंटों खड़े रहे. गौरतलब है सोशल डिस्‍टेंसिंग का पालन करते हुए हर बस में केवल 22 मजदूरों को ही बैठने की इजाजत दी जा रही है. कतार में पुरुष, महिलाएं और बच्‍चे लगे और करीब डेढ़ किमी लंबी यह लाइन बेहद धीमी गति से आगे बढ़ रही थी.फुटपाथ पर बैठे एक मजदूर ने बताया कि "मैं रात 10 बजे से यहां हूं." यह मजदूर फुटपाथ पर बैठकर अपने स्‍थान की 'रक्षा' कर रहा है. ऐसा लगा किवह पिछले एक घंटे में केवल कुछ मीटर ही आगे बढ़ पाया है.

एक अन्‍य शख्‍स ने कहा, "मुझे जौनपुर जाना है." उसने कहा कि जब उसे मध्‍यप्रदेश जाने के लिए बस मिलेगी जो उसे सीमा पर उतार देगी, वहां से एक अन्‍य राज्‍य प्रशासन इस मजदूर को उसके गांव तक की यात्रा की सुविधा मुहैया कराएगा. एक अन्य प्रवास मजदूर, जिसने अपने चेहरे और सिर को दुपट्टे से ढंका था, ने कहा, "मैं यह पता चलने के लिए कि हमें घर पहुंचाने के लिए बसों का इंतजाम किया गया जा रहा, कल शाम को यहां आया था." 25 मार्च को लागू किए गए लॉकडाउन के चौथे चरण के बढ़ने के कारण उसकी हताशा बढ़ती जा रही है. 

महाराष्ट्र सरकार की ओर से लोगों को एसटी बसों से भेजा जा रहा है पर इसमें कई घंटों का इंतज़ार लोगों को करना पड़ रहा है. एक प्रवासी श्रमिक ने कहा, ' हम भायखला मुम्बई से निकले हैं. रात 2 बजे से रुके हुए हैं. हम लोग पैदल निकले थे, हमें बिहार जाना है.. पुलिस ने कहा कि आगे मत जाओ,हम आपको छोड़ देंगे. इसी तरह का नज़ारा भिवंडी कल्याण नाका पर देखने को मिला.. औरतें, बच्चे, बुजुर्ग हर कोई लाइन लगाए खड़ा है इस उम्मीद में की बस में जगह मिल जाए.. कई लोग सुबह जल्दी आए थे इस उम्मीद के साथ कि शायद उन्हें बस जल्दी मिल जाएगी, पर पहले से ही यहाँ बडी संख्या में लोग मौजूद हैं. लोगों की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है और इनका रजिस्ट्रेशन करने वाले लोग बेहद ही कम हैं.. लेकिन इसके बावजूद राज्य सरकार का दावा है कि राज्य में 11379 बस चलाई गई और करीब 1 लाख 41,798 मजदूरों को सुरक्षित बार्डर पर छोड़ा गया है. 

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गौरतलब है कि देश में लॉकडाउन 31 मई तक बढ़ा दिया गया है. रविवार को कल लॉकडाउन बढ़ाने के ऐलान के बाद हाईवे पर काफी भीड़ देखी गई, जिसके बाद ठाणे में पुलिस ने उन्हें रोक दिया और उन्हें बस अड्डे पर पहुंचने के लिए कहा. गौरतलब है किदेश में महाराष्ट्र में कोरोनोवायरस के सबसे अधिक मामले हैं. महानगरी मुंबई भी कोरोना वायरस के संक्रमण से बुरी तरह जूझ रही है. भारत की बात करें तो देश में कोरोना के मामलों की संख्या 96,000 के पार पहुंच गई है.