बजट सत्र के दूसरे चरण के पहले दिन सोमवार को संसद में दिल्ली हिंसा का मुद्दा उठा. राहुल गांधी, अधीर रंजन चौधरी, शशि थरूर समेत कांग्रेसी सांसदों ने दिल्ली हिंसा को लेकर संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसी सांसदों ने गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की है. कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के सांसदों ने गांधी प्रतिमा के पास ही अलग-अलग जगह प्रदर्शन किया. नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान 46 लोगों की मौत हुई है जबकि सैकड़ों लोग घायल हैं. बजट सत्र का दूसरा चरण तीन अप्रैल तक चलेगा.
वहीं, दिल्ली में हिंसा के मुद्दे पर विपक्षी पार्टियों के प्रदर्शन के बाद राज्यसभा की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है. लोकसभा की कार्यवाही भी दो बजे तक के लिए स्थगित है. कांग्रेस समेत तृणमूल कांग्रेस, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, डीएमके समेत अन्य पार्टियों ने दिल्ली हिंसा के मुद्दे पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है.
Delhi: Congress MPs, including Rahul Gandhi, Shashi Tharoor and Adhir Ranjan Chowdhury, protest in front of Gandhi statue inside the Parliament premises, over #DelhiViolence, demanding the resignation of Union Home Minister Amit Shah. pic.twitter.com/PmzdkSj5Fo
— ANI (@ANI) March 2, 2020
इससे पहले दिल्ली हिंसा मामले में कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने राष्ट्रपति कोविंद को ज्ञापन सौंपकर विरोध दर्ज कराया था. राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपने के बाद सोनिया गांधी ने कहा कि हमने नागरिकों के जीवन, आजादी और संपत्ति को सुरक्षित करने की मांग की है. इसके साथ ही यह भी मांग करते हैं कि गृहमंत्री को हिंसा काबू न कर पाने पर पद से तुरंत हटाया जाए.
Delhi: Trinamool Congress (TMC) protest in front of Gandhi statue inside the Parliament premises, over #DelhiViolence pic.twitter.com/pN0AKDIp7Z
— ANI (@ANI) March 2, 2020
दिल्ली के दंगों के मद्देनजर यूपी के अयोध्या, काशी, मथुरा समेत कई संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा बढ़ी
वहीं, इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा, 'हमने राष्ट्रपति से अपील की है कि वह अपनी शक्ति का इस्तेमाल करके 'राजधर्म' की रक्षा करें. मनमोहन सिंह ने कहा कि राष्ट्रपति से मिलकर पिछले चार दिनों दिल्ली में जो कुछ भी हुआ उस पर चिंता जताई है और यह शर्म की बात है कि 34 लोगों की मौत और 200 लोग घायल हो गए हैं. ये बताता है कि सरकार किस तरह से असफल हो गई है.
वीडियो:दिल्ली हिंसा मामले में राष्ट्रपति से मिले कांग्रेसी नेता
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