कांग्रेस ने गुरुवार को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के पीएमसी बैंक पर दिए गए बयान को जमाकर्ताओं के बजाय ऋण चूककर्ताओं के लिए राहत करार दिया. सीतारमण ने यहां पंजाब और महाराष्ट्र सहकारी बैंक के खाताधारों के गुस्से का सामना कर करने के बाद निर्मला बाद में संवाददाता सम्मेलन कर कहा कि समिति गठित जाएगी जो इस बात पर विचार करेगी कि क्या इस क्षेत्र का प्रबंधन करने वाले कानूनों में बदलाव की जरूरत है.
मुंबई कांग्रेस के उपाध्यक्ष चरण सिंह सापरा ने कहा, ‘‘बैंक के विलय या उसे पुनर्जीवित करने की किसी योजना की घोषणा नहीं की गई. जो भी उन्होंने (सीतारमण) बोला वह केवल दिखावटी और धोखा देने के लिए है.'' उन्होंने कहा, ‘‘ उनका बयान केवल गबन करने वाले के लिए राहत है खाताधारकों के लिए नहीं. उन्होंने 16 लाख खाताधारकों की चिंता शांत नहीं कि क्या उनके पैसे सुरक्षित हैं.''
PC of @nsitharaman on #PMCBankCrisis was damp squib. No assurance on full money back or revival package for 16 Lakh #PMCBankVictims #PMCBankFraud #PMCBankScam #RBI pic.twitter.com/ad11dpVn8c
— Charan Singh Sapra (@Charanssapra) October 10, 2019
सापरा ने कहा, ‘‘अगर दो रात में सरकार आरे कॉलोनी में हजारों पेड़ों की कटाई कर सकती है तो क्या 17 दिनों में वह पीएमसी बैंक संकट का समाधान नहीं कर सकती? आज मंत्री ने समिति बनाने और भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर से बात करने का वादा किया.''उल्लेखनीय है कि पीएमसी बैंक 4500 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आने के बाद संकट का सामना कर रहा है. आरोप है कि बैंक के शीर्ष अधिकारियों ने ऋण चूककर्ता एचडीआईएल के कर्ज को छिपाया, यह बैंक द्वारा दिए कर्ज का 70 फीसदी है.
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