कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (फाइल फोटो).
नई दिल्ली:
मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में शपथ ग्रहण के साथ-साथ कर्ज माफी का ऐलान कर कांग्रेस ने राहुल की सबसे अहम घोषणा पर अमल कर डाला है. बीजेपी को अहसास है कि यह एक बड़ी पहल हो सकती है. बीजेपी अब इल्जाम लगा रही है कि कांग्रेस ने किसानों को कर्ज माफी के नाम पर धोखा दिया है.
लोकसभा में राफेल पर चल रहे हंगामे के बावजूद राहुल गांधी ने अपना फोकस कर्ज माफी पर बनाए रखा. उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री को मजबूर करेंगे कि पूरे देश में किसानों के कर्ज माफ हों और जब तक पीएम ऐसा नहीं करते कांग्रेस और दूसरे विपक्षी दल पीएम को सोने नहीं देंगे. राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी की सरकार ने अपने कार्यकाल में अब तक किसानों का एक रुपया भी कर्ज माफ नहीं किया है.
सोमवार को शपथ ग्रहण के फ़ौरन बाद मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों ने क़र्ज़ माफ़ी का ऐलान कर दिया. एक तरफ जहां राहुल गांधी संसद परिसर में कर्ज माफी के मुद्दे पर पीएम मोदी को चुनौती देते दिखे वहीं बीजेपी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार ने मध्यप्रदेश में कर्ज माफी के नाम पर किसानों के साथ धोखा और विश्वासघात किया है.
एनडीटीवी से बात करते हुए सामाजिक कल्याण मंत्री थावरचंद गहलौत ने आरोप लगाया कि सभी किसानों का दो लाख तक का क़र्ज़ माफ करने की बात थी. इसमें बीता हुआ और चालू क़र्ज़ भी शामिल होना था. लेकिन सरकार के आदेश में 31 मार्च 2018 तक का अल्पकालीन फ़सल क़र्ज़ माफ करने की बात है. यानी कर्ज माफी का फायदा बहुत सीमित किसानों को ही मिल सकेगा, सभी को नहीं, जैसा कांग्रेस ने चुनाव में वादा किया था.
VIDEO : पीएम से किसानों का कर्ज माफ कराएंगे
उधर राहुल गांधी ने साफ कर दिया कि क़र्ज़ माफ़ी 2019 में भी उनका एजेंडा बना रहेगा. साफ़ है कि 2019 में किसानों की क़र्ज़ माफ़ी एक बड़ा चुनावी मुद्दा बनने जा रही है.
लोकसभा में राफेल पर चल रहे हंगामे के बावजूद राहुल गांधी ने अपना फोकस कर्ज माफी पर बनाए रखा. उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री को मजबूर करेंगे कि पूरे देश में किसानों के कर्ज माफ हों और जब तक पीएम ऐसा नहीं करते कांग्रेस और दूसरे विपक्षी दल पीएम को सोने नहीं देंगे. राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी की सरकार ने अपने कार्यकाल में अब तक किसानों का एक रुपया भी कर्ज माफ नहीं किया है.
सोमवार को शपथ ग्रहण के फ़ौरन बाद मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों ने क़र्ज़ माफ़ी का ऐलान कर दिया. एक तरफ जहां राहुल गांधी संसद परिसर में कर्ज माफी के मुद्दे पर पीएम मोदी को चुनौती देते दिखे वहीं बीजेपी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार ने मध्यप्रदेश में कर्ज माफी के नाम पर किसानों के साथ धोखा और विश्वासघात किया है.
एनडीटीवी से बात करते हुए सामाजिक कल्याण मंत्री थावरचंद गहलौत ने आरोप लगाया कि सभी किसानों का दो लाख तक का क़र्ज़ माफ करने की बात थी. इसमें बीता हुआ और चालू क़र्ज़ भी शामिल होना था. लेकिन सरकार के आदेश में 31 मार्च 2018 तक का अल्पकालीन फ़सल क़र्ज़ माफ करने की बात है. यानी कर्ज माफी का फायदा बहुत सीमित किसानों को ही मिल सकेगा, सभी को नहीं, जैसा कांग्रेस ने चुनाव में वादा किया था.
VIDEO : पीएम से किसानों का कर्ज माफ कराएंगे
उधर राहुल गांधी ने साफ कर दिया कि क़र्ज़ माफ़ी 2019 में भी उनका एजेंडा बना रहेगा. साफ़ है कि 2019 में किसानों की क़र्ज़ माफ़ी एक बड़ा चुनावी मुद्दा बनने जा रही है.
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