
नई दिल्ली:
कांग्रेस ने सिविल सोसाइटी कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल और प्रशांत भूषण की ओर से लगाए गए आरोप के मद्देनजर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा का पूरी तरह समर्थन किया।
केजरीवाल और भूषण ने वाड्रा पर आरोप लगाया कि उन पर रियल एस्टेट क्षेत्र की बड़ी कंपनी डीएलएफ ने काफी कृपादृष्टि की। इन आरोपों से राजनैतिक तूफान खड़ा होने के बाद कांग्रेस प्रवक्ता के साथ-साथ कई केंद्रीय मंत्रियों ने कथित सिविल सोसाइटी सदस्यों पर हमला बोलते हुए उनके आरोपों को निराधार और निहायत गैर-जिम्मेदाराना बताया।
43-वर्षीय वाड्रा का कांग्रेस की ओर से बचाव उस वक्त किया गया, जब सोनिया, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पार्टी के अन्य शीर्ष नेताओं के साथ पार्टी की कोर ग्रुप की बैठक की अध्यक्षता कर रही थीं, जिसमें यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के यात्रा खर्चों के बारे में नरेंद्र मोदी के दावे समेत अन्य बातों पर भी चर्चा की गई।
पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा, जो शक्तियां 1970 और 80 के दशक में कांग्रेस नेतृत्व की छवि को धूमिल करने के प्रयासों में शामिल थीं, अब वे नए अवतार में फिर से आ गई हैं। तिवारी ने कहा कि केजरीवाल का संवाददाता सम्मेलन यहां तक कि राजनैतिक साजिश भी नहीं है। यह सबसे बुरे तरीके का राजनैतिक छल-कपट है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा भी वाड्रा के समर्थन में आए। हुड्डा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, हमने किसी पर भी कृपादृष्टि नहीं की है। हमने पारदर्शी तरीके से अंतरराष्ट्रीय बोली के जरिये सर्वाधिक बोली लगाने वाले को जमीन दी है।
कांग्रेस ने अपने सभी प्रवक्ताओं को वाड्रा के खिलाफ सिविल सोसाइटी कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए आरोपों का जोरदार खंडन करने को कहा। यह पूछे जाने पर कि क्या केजरीवाल के खिलाफ मानहानि का मामला दायर किया जा रहा है, तो इस पर तिवारी ने कहा कि निजी उपाय व्यक्ति को उपलब्ध है। हम कोई दूसरी अटकल या टिप्पणी करने नहीं जा रहे हैं।
केजरीवाल और भूषण ने वाड्रा पर आरोप लगाया कि उन पर रियल एस्टेट क्षेत्र की बड़ी कंपनी डीएलएफ ने काफी कृपादृष्टि की। इन आरोपों से राजनैतिक तूफान खड़ा होने के बाद कांग्रेस प्रवक्ता के साथ-साथ कई केंद्रीय मंत्रियों ने कथित सिविल सोसाइटी सदस्यों पर हमला बोलते हुए उनके आरोपों को निराधार और निहायत गैर-जिम्मेदाराना बताया।
43-वर्षीय वाड्रा का कांग्रेस की ओर से बचाव उस वक्त किया गया, जब सोनिया, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पार्टी के अन्य शीर्ष नेताओं के साथ पार्टी की कोर ग्रुप की बैठक की अध्यक्षता कर रही थीं, जिसमें यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के यात्रा खर्चों के बारे में नरेंद्र मोदी के दावे समेत अन्य बातों पर भी चर्चा की गई।
पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा, जो शक्तियां 1970 और 80 के दशक में कांग्रेस नेतृत्व की छवि को धूमिल करने के प्रयासों में शामिल थीं, अब वे नए अवतार में फिर से आ गई हैं। तिवारी ने कहा कि केजरीवाल का संवाददाता सम्मेलन यहां तक कि राजनैतिक साजिश भी नहीं है। यह सबसे बुरे तरीके का राजनैतिक छल-कपट है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा भी वाड्रा के समर्थन में आए। हुड्डा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, हमने किसी पर भी कृपादृष्टि नहीं की है। हमने पारदर्शी तरीके से अंतरराष्ट्रीय बोली के जरिये सर्वाधिक बोली लगाने वाले को जमीन दी है।
कांग्रेस ने अपने सभी प्रवक्ताओं को वाड्रा के खिलाफ सिविल सोसाइटी कार्यकर्ताओं द्वारा लगाए गए आरोपों का जोरदार खंडन करने को कहा। यह पूछे जाने पर कि क्या केजरीवाल के खिलाफ मानहानि का मामला दायर किया जा रहा है, तो इस पर तिवारी ने कहा कि निजी उपाय व्यक्ति को उपलब्ध है। हम कोई दूसरी अटकल या टिप्पणी करने नहीं जा रहे हैं।
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