 
                                            प्रतीकात्मक फोटो
                                                                                                                        
                                        
                                        
                                                                                पटना: 
                                        बिहार में राजधानी पटना तथा आसपास के क्षेत्रों में सोमवार को कोहरा छाया हुआ है और ठंडी हवा ने ठिठुरन बढ़ा दी है. पटना में लगातार चौथे दिन सोमवार को भी धूप नहीं निकली. राज्य के सुपौल का पारा लुढ़ककर आठ डिग्री सेल्सियस के नीचे पहुंच गया है. इस बीच पटना जिला प्रशासन ने स्कूल में छोटी कक्षाओं की छुट्टी के आदेश दिए हैं तथा आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिलों के सार्वजनिक स्थलों पर अलाव जलाने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं.
मौसम विभाग ने अपने पूवार्नुमान में कहा है, आने वाले 24 घंटे के दौरान दिन में कोहरे का असर रहेगा तथा न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी. अधिकतम और न्यूनतम तापमान में काफी कम अंतर होने के कारण लोग दिनभर ठंड महसूस कर रहे हैं.
पटना मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, पटना में सोमवार का न्यूनतम तापमान 12 डिग्री, भागलपुर का 10.5 डिग्री, गया का 10.2 डिग्री तथा पूर्णिया का 10.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. सोमवार को राज्य में सुपौल सबसे ठंडा रहा, जहां का न्यूनतम तापमान 7.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
इधर, पटना के जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल ने पटना में ठंड को देखते हुए 15 दिसंबर तक पहली कक्षा तक के स्कूल बंद करने के आदेश दिए हैं तथा कक्षा दो से आठ तक के सभी स्कूल सुबह 10 बजे के बाद ही खुलेंगे. उन्होंने बताया कि यह आदेश सोमवार से लागू कर दिया गया है. पटना का सोमवार को अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने के आसार हैं.
एक दिन पहले, रविवार को पटना का अधिकतम तापमान 14 डिग्री, गया का 22 डिग्री, भागलपुर का 19 डिग्री और पूर्णिया का 19.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. पिछले चार वर्षों में 11 दिसंबर को पटना का यह सबसे कम अधिकतम तापमान है. पिछले वर्ष 11 दिसंबर को पटना का अधिकतम तापमान 20.5 डिग्री सेल्सियस था, जबकि वर्ष 2014 में इसी दिन पटना का अधिकतम तापमान 22.5 डिग्री था.
इस बीच, कड़ाके की ठंड को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिलों में अलाव जलाने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं. राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के संयुक्त सचिव अनिरूद्ध कुमार ने बताया कि शीतलहर के मद्देनजर सभी जिलों के सार्वजनिक स्थलों पर अलाव जलाने और जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं. जिला प्रशासन को इसके लिए पर्याप्त राशि भी उपलब्ध करा दी गई है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
                                                                        
                                    
                                मौसम विभाग ने अपने पूवार्नुमान में कहा है, आने वाले 24 घंटे के दौरान दिन में कोहरे का असर रहेगा तथा न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी. अधिकतम और न्यूनतम तापमान में काफी कम अंतर होने के कारण लोग दिनभर ठंड महसूस कर रहे हैं.
पटना मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, पटना में सोमवार का न्यूनतम तापमान 12 डिग्री, भागलपुर का 10.5 डिग्री, गया का 10.2 डिग्री तथा पूर्णिया का 10.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. सोमवार को राज्य में सुपौल सबसे ठंडा रहा, जहां का न्यूनतम तापमान 7.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
इधर, पटना के जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल ने पटना में ठंड को देखते हुए 15 दिसंबर तक पहली कक्षा तक के स्कूल बंद करने के आदेश दिए हैं तथा कक्षा दो से आठ तक के सभी स्कूल सुबह 10 बजे के बाद ही खुलेंगे. उन्होंने बताया कि यह आदेश सोमवार से लागू कर दिया गया है. पटना का सोमवार को अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने के आसार हैं.
एक दिन पहले, रविवार को पटना का अधिकतम तापमान 14 डिग्री, गया का 22 डिग्री, भागलपुर का 19 डिग्री और पूर्णिया का 19.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. पिछले चार वर्षों में 11 दिसंबर को पटना का यह सबसे कम अधिकतम तापमान है. पिछले वर्ष 11 दिसंबर को पटना का अधिकतम तापमान 20.5 डिग्री सेल्सियस था, जबकि वर्ष 2014 में इसी दिन पटना का अधिकतम तापमान 22.5 डिग्री था.
इस बीच, कड़ाके की ठंड को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिलों में अलाव जलाने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं. राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के संयुक्त सचिव अनिरूद्ध कुमार ने बताया कि शीतलहर के मद्देनजर सभी जिलों के सार्वजनिक स्थलों पर अलाव जलाने और जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं. जिला प्रशासन को इसके लिए पर्याप्त राशि भी उपलब्ध करा दी गई है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
