नागरिकता क़ानून को लेकर सबसे ज़्यादा और हिंसक प्रदर्शन देश के पूर्वोत्तर राज्यों में हो रहे हैं. हालांकि बीते दो दिन से यहां हालात बेहतर हो रहे हैं. छिटपुट घटनाओं के अलावा गुवाहाटी, डिब्रूगढ़, शिलांग समेत दूसरे संवेदनशील इलाकों में शांति हैं. गुवाहाटी और शिलांग में आज क़र्फ़्यू में फिर ढील जा रही है. इससे पहले कल दोनों जगहों पर परसों रात की शांति के मद्देनज़र दिन में क़र्फ़्यू में ढील दी गई थी. डिब्रूगढ़ में आज सुबह 7 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक क़र्फ़्यू में ढील दी गई है. तीन दिन पहले गुवाहाटी में हिंसा में बड़े पैमाने पर आगज़नी हुई और सार्वजनिक संपत्ति को नुक़सान पहुंचा गया. जिसके बाद पुलिस की गोली से दो युवकों की मौत भी हुई.
वहीं अलग अलग जगहों पर 26 लोग घायल हुए. दूसरी तरफ, अब असम गण परिषद ने कहा है कि वो नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करेगी. इस मुद्दे पर असम गण परिषद का एक दल प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से भी मिलेगा. नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ असम के साथ पश्चिम बंगाल में भी हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. साथ ही दिल्ली और मुंबई में भी प्रदर्शन हुए हैं.
अमित शाह से मिले मेघालय के सीएम
नागरिकता क़ानून पर पूर्वोत्तर राज्यों में हिंसा और प्रदर्शनों के बीच गृह मंत्री अमित शाह से मेघालय के मुख्यमंत्री और वहां के कई मंत्री मिले. मुलाक़ात के दौरान उन्होंने मेघालय में हो रही हिंसा को लेकर चिंता जताई, जिसपर अमित शाह ने उन्हें कहा कि इस क़ानून को लेकर उन्हें परेशान होने की ज़रूरत नहीं है.
VIDEO: नागरिकता बिल के बारे में क्या सोचती है जनता?
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