विज्ञापन
Story ProgressBack
This Article is From Aug 12, 2017

चीन की ये कौन सी चाल है? डोकलाम में दिखा रहा आंखें, हिन्द महासागर में मिलाना चाहता है हाथ

चीनी अधिकारी ने भारतीय पत्रकारों से ये भी कहा कि अगर हमारी सीमा में कोई भी दखल देने की कोशिश करेगा तो किसी भी सूरत में नहीं बर्दाश्त नहीं करेंगे.

Read Time: 4 mins
चीन की ये कौन सी चाल है? डोकलाम में दिखा रहा आंखें, हिन्द महासागर में मिलाना चाहता है हाथ
चीन की हरकतों पर नजर डालें तो वह जमीन के साथ समुद्र में भी अपनी सीमा बढ़ाने पर काम कर रहा है. (आईएनएस विक्रमादित्य की फाइल तस्वीर)
नई दिल्ली: डोकलाम को लेकर जहां चीन लगातार भारत को आंखें दिखा रहा है, दूसरी तरफ हिन्द महासागर में दोस्ती का हाथ बढ़ाया है. चीनी नौसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने भारतीय पत्रकारों के दल से कहा, 'हमारे ऊपर लोग सीमा विस्तार का बेबुनियाद आरोप लगाते हैं, हम तो केवल अपनी सीमा की रक्षा करते हैं. हमारी सीमा में जो कोई भी दाखिल होने की कोशिश करेगा हम उसे सख्त जवाब देंगे.' चीनी अधिकारी ने कहा कि हिन्द महासागर में हमें भारत का साथ चाहिए, इसके लिए हम लगातार प्रयास में हैं. भारत और चीन मिलकर ही हिन्द महासागर की सुरक्षा कर सकते हैं. चीन ने भारतीय मीडिया को अपने जंगी जहाज यूलिन को दिखाने के लिए बुलाया था.

यह भी पढ़ें: समंदर में भारत को घेरने के लिए चीन-पाकिस्तान ने बिछाया ये 'जाल'

जंगी जहाज यूलिन के कैप्टन लियांग तियानजुन ने कहा कि हिंद महासागर की सुरक्षा के लिए भारत और चीन को साथ आना चाहिए. चीनी अधिकारी ने भारतीय पत्रकारों से ये भी कहा कि अगर हमारी सीमा में कोई भी दखल देने की कोशिश करेगा तो किसी भी सूरत में नहीं बर्दाश्त नहीं करेंगे. हमारे बड़े हथियार खिलौने नहीं हैं.

यह भी पढ़ें: सामने आई पीएम नरेंद्र मोदी की टेंशन बढ़ाने वाली रिपोर्ट

कैप्टन लियांग ने यह टिप्पणी ऐसे समय में की जब चीन की नौसेना अपनी वैश्विक पहुंच बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर विस्तारवादी रवैया अपना रही है. उन्होंने हिंद महासागर में चीनी युद्धपोतों और पनडुब्बियों की बढ़ती सक्रियता को भी स्पष्ट किया, जहां चीन ने पहली बार ‘हॉर्न ऑफ अफ्रीका’ में जिबूटी में एक नौसैनिक अड्डा स्थापित किया.

यह भी पढ़ें: चीन को चित करने के लिए भारत का 'प्लान 73'

चीन बार्डर पर भारत ने सैनिकों की संख्या बढ़ाई:  भारतीय सेना के अधिकारियों ने बताया कि सैनिकों के 'चौकसी के स्तर' को भी बढ़ा दिया गया है. उन्होंने बताया कि डोकलाम पर भारत के खिलाफ चीन के आक्रामक अंदाज के मद्देनजर और गहन विश्लेषण के बाद सिक्किम से लेकर अरूणाचल प्रदेश तक भारत-चीन की करीब 1,400 किलोमीटर लंबी सीमा के पास के इलाकों में सैनिकों की तैनाती बढ़ाने का फैसला किया गया.

ये भी पढ़ें:  किम जोंग ने मुकर्रर किया US की तबाही का वक्त, ट्रंप बोले-इतने बम बरसाएंगे कि दुनिया देखेगी

चीन सागर में घुसा अमेरिकी युद्धपोत:  अमेरिकी नेवी ने ऐसा कदम उठाया है जो चीन की मुश्किलें बढ़ा सकता है. अमेरिका ने अपना युद्धपोत चीन सागर के करीब पहुंचा दिया है. न्यूज एजेंसी रायटर के मुताबिक अमेरिकी युद्धपोत चीन के कृत्रिम द्वीप के नजदीक पहुंच गया है.


वीडियो: डोकलाम विवाद को लेकर अंतर्राष्ट्रीय बिरादरी के पास पहुंचा चीन


अमेरिका के इस कदम के बाद चीन ने इस पर चिंता जाहिर की है. नौसेना की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि दक्षिण चीन सागर में नौवाहन की स्वतंत्रता अभियान के दौरान अमेरिकी युद्धपोत इस जगह तक पहुंचा था. उन्होंने बताया कि चीन सागर में जिस समय अमेरिकी युद्धपोत 'यूएसएस जान एस मैकेन' (USS John S. McCain) पहुंचा तब वहां चीनी युद्ध पोत भी मौजूद था. अमेरिकी युद्धपोत मिस्चिफ रीफ में मौजूद है. 

इनपुट: पीटीआई
 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Our Offerings: NDTV
  • मध्य प्रदेश
  • राजस्थान
  • इंडिया
  • मराठी
  • 24X7
Choose Your Destination
Previous Article
Weather Update: कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी; जानें क्या है IMD का अलर्ट
चीन की ये कौन सी चाल है? डोकलाम में दिखा रहा आंखें, हिन्द महासागर में मिलाना चाहता है हाथ
दरबार तो लगा पर, बड़ा गमगीन बेनूर है... अखिलेश का लोकसभा में कविताओं के जरिए सरकार पर तंज
Next Article
दरबार तो लगा पर, बड़ा गमगीन बेनूर है... अखिलेश का लोकसभा में कविताओं के जरिए सरकार पर तंज
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com