केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की दसवीं परीक्षा के नतीजे आज घोषित कर दिए गए, जिसमें लड़कियों ने एक बार फिर लड़कों को पीछे छोड़ दिया। इस साल कुल 98.87 फीसदी परीक्षार्थी पास हुए, जो पिछले साल की तुलना में थोड़ा अधिक है।
लड़कियों के पास होने का प्रतिशत 99.06 प्रतिशत है, जबकि पास होने वाले लड़कों का प्रतिशत 98.74 फीसदी है। पिछले साल कुल पास होने वाले विद्यार्थियों का प्रतिशत 98.76 फीसदी था।
सीबीएसई के वक्तव्य के मुताबिक, पास होने वालों का प्रतिशत देश में तिरवनंतपुरम क्षेत्र में सर्वाधिक रहा। उस क्षेत्र में पास होने वालों का प्रतिशत 99.96 फीसदी रहा। उस क्षेत्र के साथ-साथ चेन्नई क्षेत्र में नतीजे 19 मई को घोषित किए गए थे।
कुल 13 लाख 27 हजार 250 उम्मीदवारों ने इस साल दसवीं की परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया था। यह पिछले साल की तुलना में तकरीबन 5.51 फीसदी अधिक था। सीबीएसई की दसवीं की परीक्षा के नतीजे ग्रेड्स में दिखते हैं।
पिछले साल की तुलना में इस बार परीक्षा के नतीजे 10 दिन पहले घोषित किए गए हैं। सीबीएसई ने कहा कि ऐसा ऑन स्क्रीन मार्किंग प्रणाली लागू करने की वजह से संभव हो सका।
यह व्यवस्था मूल्यांकन प्रक्रिया को मजबूत बनाने और गलती की गुंजाइश को कम करने में मदद करने के लिए डिजाइन की गई है। इसे तिरवनंतपुरम क्षेत्र को छोड़कर सभी क्षेत्रों और सभी विषयों की दसवीं परीक्षा के लिए लागू किया गया।
इन विषयों की उत्तर पुस्तिकाएं स्कैन की गईं और केंद्रीकृत रूप से अपलोड किया गया और उसके बाद ऑनलाइन मूल्यांकन केंद्रों पर इसे डाउनलोड किया है। इस व्यवस्था के तहत बिना मूल्यांकन के रहने का कोई सवाल नहीं बचा।
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