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साल में दो बार CBSE 10वीं की बोर्ड परीक्षा ‘राहत’ या ‘बोझ’? जानिए क्या है अभिभावकों और स्कूलों की राय

CBSE 10th Board Exam: अगले साल से सीबीएसई 10वीं की परीक्षाएं साल में दो बार होगी. इसे लेकर स्कूलों और अभिभावकों में चर्चा शुरू हो गई है.

साल में दो बार CBSE 10वीं की बोर्ड परीक्षा ‘राहत’ या ‘बोझ’? जानिए क्या है अभिभावकों और स्कूलों की राय
नई दिल्ली:

CBSE 10th Board Exam: हाल ही में सीबीएसई ने 10वीं की परीक्षा को दो बार आयोजित कराने का फैसला लिया है. इसके बाद स्टूडेंट्स, पैरेंट्स और स्कूलों में चर्चाएं शुरू हो गई हैं. ऐसे में ये सवाल हर किसी के मन में है कि ये फैसला आखिर कितना फायदेमंद होगा, क्या इससे स्टूडेंट्स को वाकई राहत मिलेगी. अभिभावकों, स्कूल प्रिंसिपलों और आम जनता की राय मिली-जुली देखने को मिली है. कुछ लोगों ने इस कदम को ‘समय की बर्बादी' और छात्रों और अभिभावकों दोनों पर ‘बोझ' बताया, जबकि अन्य ने इसे केंद्रीय बोर्ड द्वारा की गई सबसे बड़ी पहलों में से एक बताया.

बच्चों के लिए ये काफी फायदेमंद है

बोर्ड ने दावा किया कि 60 प्रतिशत से अधिक छात्र 2026 में सीबीएसई बोर्ड परीक्षा दो बार देने के लिए तैयार हैं. छात्रों को अवसर प्रदान करने के बोर्ड के इरादे को माना जा सकता है. दो-बोर्ड परीक्षा योजना की शुरुआत के साथ, जो लंबे समय से चल रही है, सीबीएसई का उद्देश्य उम्मीदवारों को अधिक लचीलापन और अपने स्कोर में सुधार करने का मौका देना है. नियंत्रक संयम भारद्वाज ने स्पष्ट किया कि चरण 2 पूरी तरह से ऑप्शनल है तथा दूसरे चरण की परीक्षाएं विशेष रूप से सुधार के लिए होंगी.

आरके पुरम में दिल्ली की एक स्कूल की प्रिंसिपल दीप्ति वोहरा ने पॉजिटिव रिएक्शन देते हए कहा कि यह पहल रटने की आदत से हटकर अधिक अनुप्रयोग-आधारित और निरंतर सीखने की प्रक्रिया पर ध्यान केंद्रित करने में मदद कर सकती है. उन्होंने कहा, "यह एक प्रगतिशील कदम है और इसमें परीक्षा से संबंधित चिंता को कम करने की क्षमता है. यह एनईपी के लचीले और छात्र-केंद्रित मूल्यांकन ढांचे के दृष्टिकोण के साथ अच्छी तरह से मेल खाता है." उन्होंने कहा कि शैक्षणिक योजना और बुनियादी ढांचे की तैयारी में विस्तृत समायोजन योजना के सफल कार्यान्वयन में मदद करेगा.

दूसरी ओर, कुछ स्कूलों ने शैक्षणिक कैलेंडर और कार्यभार मैनेजमेंट को लेकर चिंता व्यक्त की.ये विचार अच्छा है बच्चों को दूसरा मौका मिलेगा और वे अपने लिए और अच्छा कर सकते  हैं. 

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