केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई (CBI) के वकील ने सीबीआई के वरिष्ठ अधिकारी पर पिटाई करने और गला दबाने का आरोप लगाया है. वकील का आरोप है कि सीबीआई मुख्यालय में उनके साथ मारपीट की गई. वकील ने दिल्ली के लोधी कॉलोनी थाने में इस संबंध में शिकायत भी की है. अपनी शिकायत में सीबीआई के वकील सुनील कुमार वर्मा ने डीआईजी राघवेंद्र वत्स (Raghavendra Vatsa) पर पिटाई और गला दबाने का आरोप लगाया है. उनका आरोप है कि एक मामले में आरोप तय न होने से डीआईजी नाराज थे.
सुनील कुमार वर्मा का आरोप है कि डीआईजी अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के पूर्व प्रिंसिपल सेक्रेटरी रहे राजेन्द्र कुमार (Rajendra Kumar) के केस में आरोप तय न होने से नाराज़ थे. राजेन्द्र कुमार के खिलाफ 12 करोड़ के घोटाले का केस चल रहा है.
जानकारी के मुताबिक, सीबीआई के वकील ने सोमवार को कोर्ट में भी ये बात बताई. कोर्ट ने इसे गंभीर मामला मानते हुए सीबीआई के डीआईजी को समन जारी किया है. डीआईजी को 19 अक्टूबर को कोर्ट में पेश होकर सफाई देने के लिए कहा
गया है. दिल्ली पुलिस के मुताबिक, इस मामले में जांच चल रही है और जांच के बाद ही कार्रवाई होगी.
इस मामले में सीबीआई के सूत्रों का कहना है कि जिस पब्लिक प्रासीक्यूटर यानी सीबीआई के वकील ने थाने में शिकायत की है, उन्होंने इससे पहले, DIG के बड़े अधिकारी यानी जॉइंट डायरेक्टर से कोई शिकायत नहीं की थी. वकील के पुलिस में जाने से पहले ही DIG ने अपने JD (ज्वाइंट डायरेक्टर) से वकील द्वारा की गई बदसलूकी के बारे में लिखित शिकायत दी है. सीबीआई ने एक फैक्ट फाइंडिंग की जांच के आदेश दे दिए हैं. सीबीआई मुख्यालय में इसे लेकर कोई शिकायत नहीं कि बल्कि सीधा पुलिस में शिकायत की.
पूर्व प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार पर आईसीएसआईएल (इंटेलिजेंट कम्यूनिकेशन सिस्टम्स इंडिया लि.) के जरिए एक कंपनी को कथित तौर पर करीब 9.50 करोड़ रुपये के ठेके दिलाने में मदद करने का आरोप है.राजेंद्र कुमार 1989 बैच के आईएएस अफसर हैं और अरविंद केजरीवाल के दोबारा सत्ता में आने के बाद उन्हें मुख्यमंत्री का प्रधान सचिव बनाया गया था.