यह ख़बर 10 जुलाई, 2014 को प्रकाशित हुई थी

बजट ऊंची वृद्धि दर, रोजगार सृजन का मार्ग प्रशस्त करने वाला : उद्योग

फाइल फोटो

नयी दिल्ली:

भारतीय उद्योग जगत ने नरेंद्र मोदी सरकार के पहले बजट का यह कहते हुए गुरुवार को स्वागत किया कि यह बजट ऊंची वृद्धि दर, रोजगार सृजन का मार्ग प्रशस्त करने वाला है और इससे विभिन्न चुनौतियों से जूझ रही अर्थव्यवस्था के लिए आवश्यक निवेश आकर्षित होगा।
 
सीआईआई के अध्यक्ष अजय श्रीराम ने कहा, 'मेरा मानना है कि इसमें निवेश आकर्षित करने एवं आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहित करने के लिए एक स्थायी कारोबारी माहौल बनाने का दृष्टिकोण अपनाया गया है।' उन्होंने कहा, 'मैं रोजगार सृजन पर उनके (वित्तमंत्री अरुण जेटली) द्वारा ध्यान दिए जाने से बहुत खुश हूं। मुझे लगता है कि भारत जैसे देश के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है।'
 
फिक्की के अध्यक्ष सिद्धार्थ बिड़ला ने कहा, 'कराधान को लेकर उहापोह की स्थिति दूर करने के लिए सरकार ने कर प्रावधानों में पुरानी तिथि से कोई नया बदलाव नहीं करने का वादा कर निवेशकों की चिंता दूर करने का प्रयास किया है।'
 
एसोचैम के अध्यक्ष राणा कपूर ने कहा, 'इस बजट में वृद्धि दर में तेजी बहाल करने, घाटे को आदर्श स्थिति में लाने और मुद्रास्फीति पर अंकुश लगाने के लिए संतुलित रुख अपनाने की कोशिश की गई है।'
 
सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने बजट को 'व्यावहारिक एवं व्यापक' बताते हुए कहा कि यह अर्थव्यवस्था के लिए एक मध्यम अवधि की दूरदृष्टि पेश करता है और आर्थिक वृद्धि एवं रोजगार सृजन पर उद्योग की उम्मीदों को पूरा करता है।'
 
पीएचडी चैंबर के अध्यक्ष शरद जयपुरिया ने कहा, 'यह बजट उपभोक्ताओं, निवेशकों एवं आम आदमी का विश्वास बढ़ाने वाला है और इसका लक्ष्य आर्थिक वृद्धि में तेजी लाना, अतिरिक्त रोजगार के अवसरों का सृजन करना एवं मुद्रास्फीति पर अंकुश लगाना है।'
एचडीएफसी के चेयरमैन दीपक पारेख ने कहा, 'ढांचागत क्षेत्र का वित्त पोषण बैंकों के लिए सिरदर्द बन गया है। बैंक इस क्षेत्र को धन देने के इच्छुक नहीं हैं। लेकिन, बजट में की गई पहल से ढांचागत क्षेत्र के लिए दीर्घकालीन वित्त पोषण की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।'
 


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