केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने जैसे ही लोकसभा में आज अपना तीसरा बजट भाषण पढ़ना शुरू किया, वैसे ही सदन में विपक्षी सदस्यों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. हंगामे की बीच ही सीतारमण ने भाषण पढ़ना जारी रखा. कोरोना संकटकाल में पेश किए जा रहे पहले बजट भाषण में उन्होंने विश्वास बहाली की उम्मीद जताते हुए गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर का सहारा लिया और उनकी पंक्तियां पढ़ते हुए कहा, "विश्वास वह पक्षी है जो प्रकाश को महसूस करता है और जब भोर अंधेरा होता है तो गाता है."
वित्त मंत्री ने कहा कि कोरोना के संकट के दौरान केंद्र सरकार ने गरीबों की हरसंभव मदद की. उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के दौरान छोटे-मझोले उद्योगों की सरकार ने मदद की और 'आत्मनिर्भर भारत' के तहत कुल 27.1 लाख करोड़ रुपये का पैकेज जारी किया. सीतारमण ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में अभूतपूर्व मंदी आई, बावजूद इसके भारत ने बेहतर प्रदर्शन किया.
वित्त मंत्री के बजट भाषण के दौरान सेंसेक्स में उछाल, 47 हजार के पार पहुंचा
उन्होंने आत्मनिर्भर भारत की सराहना करते हुए कहा कि इस पैकेज की वजह से ढांचागत सुधार तेज़ हुए हैं. निर्मला सीतारमण ने कहा कि कोरोना से जंग 2021 में भी जारी रहेगी. वित्त मंत्री ने बजट भाषण में बताया कि समूचा कोविड पैकेज GDP का 13 फीसदी रहा है.
'पहले समय, फिर तारीख': BJP सरकार ने बदली बजट की कई परंपराएं, जानें- अब तक क्या-क्या बदला?
किसान आंदोलन के बीच वित्त मंत्री ने किसानों की आय दोगुनी करने का संकल्प भी दोहराया है. उन्होंने इस साल के बजट प्रस्ताव के छह आधार बताए हैं. स्वास्थ्य और समृद्धि प्रस्तावों को पहला आधार बताते हुए वित्तमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य में तीन क्षेत्रों पर हमारा ध्यान जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि इस साल बचाव, इलाज और अनुसंधान पर ज़ोर रहेगा. वित्त मंत्री ने कहा कि समेकित स्वास्थ्य सूचना पोर्टल बनाया जाएगा.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं