सत्ता बंटवारे को लेकर महाराष्ट्र में शिवसेना और भाजपा के बीच खींचतान जारी रहने के बीच भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार ने शनिवार को भरोसा जताया कि राज्य में 10 नवम्बर से पहले नयी सरकार बन जाएगी. शिवसेना ने मुनगंटीवार पर उनके इस बयान को लेकर निशाना साधा था कि विधानसभा चुनाव के बाद वर्तमान में जारी गतिरोध समाप्त नहीं हुआ तो राज्य में राष्ट्रपति शासन लग सकता है. मुनगंटीवार ने यह भी कहा कि दोनों सहयोगी दलों को जनादेश का सम्मान करना चाहिए.
महाराष्ट्र की वर्तमान 13वीं विधानसभा का कार्यकाल नौ नवम्बर को समाप्त हो रहा है. मुनगंटीवार ने चंद्रपुर में कहा कि नयी सरकार का शपथग्रहण छह या सात नवम्बर को होगा. उन्होंने कहा, ‘‘जनादेश का सम्मान करना भाजपा और शिवसेना का कर्तव्य है. मंत्री पद किस तरह से बांटना है यह चर्चा के जरिये तय हो सकता है.''
उन्होंने कहा कि भाजपा वार्ता के लिए तैयार है. मुनगंटीवार शनिवार सुबह शिवसेना के मुखपत्र में प्रकाशित संपादकीय पर प्रतिक्रिया जता रहे थे जिसमें राष्ट्रपति शासन की ‘‘धमकी'' को लेकर उन पर निशाना साधा गया था. उन्होंने कहा कि शिवसेना को नाराज होने की जरुरत नहीं क्योंकि उन्होंने केवल वही कहा जिसका प्रावधान सरकार नहीं होने की दशा में संविधान में है.
उन्होंने कहा, ‘‘यदि बाघ (शिवसेना का प्रतीक चिह्न) गुर्रा रहा है, मैं वन मंत्री हूं और हमें पता है कि बाघ का संरक्षण कैसे करना है. हम बाघ को साथ लेकर चलेंगे.'' सामना में प्रकाशित संपादकीय में मुनगंटीवार पर उनके इस बयान को लेकर निशाना साधा गया था कि यदि सात नवम्बर तक नयी सरकार का गठन नहीं हुआ तो महाराष्ट्र राष्ट्रपति शासन की ओर बढ़ सकता है.
संपादकीय में सवाल किया गया था कि क्या ‘‘राष्ट्रपति आपकी जेब में हैं.'' यद्यपि कुछ घंटे बाद शिवसेना सांसद एवं सामना के कार्यकारी संपादक संजय राउत ने अपना रुख नरम कर लिया. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘शिवसेना ने (भाजपा के साथ) गठबंधन में विधानसभा चुनाव लड़ा था और हम आखिरी समय तक गठबंधन धर्म का पालन करेंगे.''
राउत राज्यसभा सदस्य एवं कांग्रेस नेता हुसैन दलवई के कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी को लिखे पत्र पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे जिसमें कहा गया था कि यदि शिवसेना अपने बल पर सरकार बनाने का प्रस्ताव पेश करती है तो पार्टी को उसका समर्थन करना चाहिए. इस बीच महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने मुम्बई में प्रदेश भाजपा नेताओं की एक बैठक की अध्यक्षता की.
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पाटिल ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने सरकार गठन को लेकर वर्तमान के गतिरोध समाप्ति के लिए कोल्हापुर की देवी अम्बाबाई से प्रार्थना की है. उन्होंने कहा, ‘‘हमारा नेतृत्व इस गतिरोध से निपटने में सक्षम है.'' प्रदेश भाजपा के एक अन्य नेता एवं केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने कहा कि मुनगंटीवार का राष्ट्रपति शासन के बारे में बयान धमकी के लिए नहीं था.
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