बिहार सरकार ने सोमवार को वित्तीय वर्ष 2021-22 का बजट पेश किया. 2.18 लाख करोड रुपये के बजट में सबसे ज्यादा 17 फीसदी हिस्सा शिक्षा क्षेत्र पर खर्च किया जाएगा. बिहार बजट में उप मुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 2,18,302.70 करोड रुपये का बजट पेश किया.
तारकिशोर ने कहा कि 2021-22 के बजट में सर्वाधिक प्रावधान 38035.93 करोड़ रुपये शिक्षा क्षेत्र पर खर्च होंगे. ग्रामीण विकास के लिए 16,835.67 करोड़ रुपये, सड़क के लिए 15,227.74 करोड़, स्वास्थ्य पर13,264 करोड़ और ऊर्जा क्षेत्र के लिए 8560.00 करोड़ का प्रावधान किया गया है.तारकिशोर ने कहा कि बजट में कोई नया कर नहीं लगाया गया है. यह पूछे जाने पर कि क्या राज्य सरकार लोगों को कुछ राहत देने के लिए पेट्रोल और डीजल पर वैट कम करने पर विचार करेगी, तारकिशोर ने किसी भी प्रतिक्रिया से इंकार किया.
बजट में सात निश्चय-सात लक्ष्य का जिक्र
बजट में ‘‘सात निश्चय-2'' के तहत सात लक्ष्य: युवा शक्ति, बिहार की प्रगति, सशक्त महिला- सक्षम महिला, हर खेत तक सिंचाई का पानी, स्वच्छ गांव-समृद्ध गांव, स्वच्छ शहर-विकसित शहर, सुलभ सम्पर्कता तथा सबके लिए अतिरिक्त स्वास्थ्य सुविधाः के लिए 4671.00 करोड़ रुपये का प्रावधान है.
पहले के सात लक्ष्यों का भी उल्लेख
अपने पिछले शासनकाल के दौरान नीतीश सरकार ने अपने पहले सात निश्चय कार्यक्रम: आर्थिक हल, युवाओं को बल, आरक्षित रोजगार, महिलाओं का अधिकार, हर घर बिजली, हर घर नल का जल, घर तक पक्की गली नालियां, शौचालय निर्माण-घर का सम्मान तथा अवसर बढे, आगे पढेंः को लागू किया था.
रोजगार के लिए कौशल विकास विभाग बनेगा
तारकिशोर ने कहा कि कौशल एवं उद्यमिता के विकास के लिए कौशल विकास एवं उद्यमिता विभाग का गठन किया जाएगा. इसमें औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों आईटीआई और पालीटेक्निक संस्थानों को समाहित किया जाएगा.2012-13 को छोड़कर, राज्य का बजट 2008-09 से राजस्व अधिशेष वाला रहा है. इस वर्ष बजट का आकार 2004-05, (वर्ष 2005 जब नीतीश सरकार पहली बार सत्ता में आई थी) के 23,885 करोड़ रुपये से नौ गुना बढ़ा है.
नीतीश ने संतुलित बजट बताया
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तारकिशोर द्वारा पेश बजट को ‘‘संतुलित'' बताते हुए कहा कि यह सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है.उन्होंने कहा कि बिहार जिसने 2004-05 के बाद से दोहरे अंक की विकास दर देखा है, यह बजट राज्य में विकास को और गति देगा.
तेजस्वी ने बजट को घोषणा मात्र बताया
बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने बजट में कही गईं बातों को घोषणा मात्र और जनता का मज़ाक उड़ाने वाला झूठ का पुलिंदा बताया. उन्होंने आरोप लगाया कि 20 लाख रोजगार सृजन का झूठा ढोल सत्तारूढ़ दलों ने हाल में बिहार चुनाव में खूब बजाया. अब सरकार 20 लाख रोजगार सृजन का ब्लूप्रिंट बिहार की जनता के सामने रखे.
खेल स्टेडियम बजट से बाहर क्यों नहीं निकला
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि पिछले 5 बजट से मुख्यमंत्री लगातार एक खेल स्टेडियम बनवाने की घोषणा कर रहे हैं, पर खेल स्टेडियम है कि घोषणा से बाहर आता ही नहीं है.मुख्यमंत्री का अपने पहले सात निश्चय कार्यक्रम तो पूरा हो नहीं पाया और यह भ्रष्टाचार का पर्याय बन गया है तथा इसे पूरा किए बिना अब सात निश्चय- 2 की बात करके लोगों को भ्रमित करने में लगे हुए हैं.
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