भारत में कई जगहों पर अंजाम दिए गए अलग-अलग आतंकवादी हमलों में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) के सह-संस्थापक यासीन भटकल ने आज एक स्थानीय अदालत में दावा किया कि तिहाड़ जेल में उससे 'जानवरों से भी बदतर सलूक' किया जाता है। भटकल ने यह आरोप भी लगाया कि रमजान के पाक महीने में भी उसे ढंग का खाना मुहैया नहीं कराया जा रहा।
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश राज कपूर की अदालत में पेश किए गए भटकल के दावे पर तिहाड़ जेल के अधिकारियों को 23 जुलाई तक रिपोर्ट दाखिल करने के निर्देश दिए गए हैं। अपनी अर्जी में भटकल ने कहा कि अभी उसे तिहाड़ के जेल नंबर-02 में रखा गया है।
भटकल ने दावा किया कि उसे सबसे अलग-थलग रखा जाता है और अपने सेल से बाहर निकलने की भी इजाजत नहीं दी जाती। उसका आरोप है कि अदालत में पेश किए जाने के समय को छोड़कर वह कभी सूरज की रोशनी भी नहीं देख पाता।
भटकल के वकील एम एस खान के जरिए दायर अर्जी में कहा गया, 'रमजान का महीना होने की वजह से आवेदक रोजा रख रहा है। उसे न तो ढंग का खाना दिया जाता है और न ही सही समय पर खाना दिया जाता है।' आईएम के सह-संस्थापक ने यह दावा भी किया कि उसके साथ 'जानवरों से भी बदतर सलूक' किया जाता है और उसे ताजा हवा में सांस तक नहीं लेने दिया जाता।
भटकल और उसके साथी असदुल्ला अख्तर को राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने पिछले साल 28 अगस्त की रात को भारत-नेपाल सीमा से गिरफ्तार किया था। दोनों भारत में कई जगह अंजाम दिए गए आतंकवादी हमलों के मामलों में आरोपी हैं।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं