
उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) ने बदायूं सामूहिक बलात्कार-हत्याकांड मामले को लेकर विपक्षी पार्टियों पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसा करने वालों को पहले अपने गिरेबां में झांकना चाहिए।
सपा के प्रांतीय प्रवक्ता एवं राज्य के लोकनिर्माण मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने संवाददाताओं से कहा कि बदायूं कांड को लेकर राज्य सरकार ने फौरी और सख्त कार्रवाई की है और पीड़ित परिजन की मांग को फौरन मानते हुए मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी है, लेकिन इसके बावजूद विपक्षी दलों के नेता बदायूं जाकर राजनीति कर रहे हैं, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने इस मामले को लेकर सरकार पर सबसे कड़े प्रहार करने वाली बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) अध्यक्ष मायावती के शासनकाल में हुई कई बड़ी वारदात गिनाते हुए कहा कि सपा सरकार पर हमला करने से पहले उन्हें अपने शासनकाल को याद करना चाहिए।
यादव ने राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो के आंकड़ों का हवाला देते हुए दावा किया कि उत्तर प्रदेश में बलात्कार तथा महिला उत्पीड़न की वारदात का प्रतिशत सबसे कम है। इसके मुकाबले मध्य प्रदेश में पांच गुना, राजस्थान में तीन गुना तथा पश्चिम बंगाल में ऐसी दोगुनी वारदात होती हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी के शासनकाल में भी बलात्कार की घटनाओं की लंबी फेहरिस्त है, लिहाजा उन्हें इस मामले पर बोलने का कोई हक नहीं है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं