वरिष्ठ समाजवादी पार्टी के नेता और यूपी सरकार के मंत्री आजम खान ने गुरुवार को मांग की कि ताज महल को सुन्नी वक्फ बोर्ड को सौंप दिया जाना चाहिए क्योंकि यहां दो मुसलमानों की कब्र है। उनका तर्क है कि मुसलमानों की कब्र पर वक्फ बोर्ड का हक होता है। साथ ही उन्होंने सुझाव भी दे डाला कि ताज महल से हो रही कमाई को गरीब मुस्लिमों के उत्थान में खर्च किया जाना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि यह पहला मौका नहीं है जब आजम खान ने विवादित बयान दिया है। इससे पहले भी वह ताज महल पर एक भड़काऊ बयान दे चुके हैं। उनका कहना था कि वह लोगों के साथ मिलकर ताज महल को ध्वस्त कर देना चाहते हैं क्योंकि ये एक धनवान बादशाह ने बनवाया था जबकि आवाम भूखों मर रही थी।
जबकि उनके इस बयान की निंदा आरंभ हो गई है, लखनऊ के प्रमुख मुस्लिम धर्मगुरु खालिद राशिद फिरंगीमहाली ने कहा है कि ताज महल के भीतर स्थित मस्जिद नमाजियों के लिए खोल दी जानी चाहिए।
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