केजरीवाल ने नोटबंदी को बताया 'बड़ा घोटाला', कहा- बीजेपी ने अपने 'दोस्तों' को पहले ही आगाह कर दिया

केजरीवाल ने नोटबंदी को बताया 'बड़ा घोटाला', कहा- बीजेपी ने अपने 'दोस्तों' को पहले ही आगाह कर दिया

खास बातें

  • सीएम केजरीवाल ने नोट बंदी को लेकर पीएम मोदी पर प्रहार किया
  • उन्होंने सरकार से इस फैसले को वापस लेने की मांग की
  • सरकार के इस कदम से कालेधन का पता नहीं चलने वाला : सीएम केजरीवाल
नई दिल्ली:

देश में 500 और हजार रुपये के नोट बंद करने के सरकार के फैसले को वापस लेने की मांग करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने अपने दोस्तों को नोटबंदी को लेकर पहले से ही आगाह कर दिया था.

सीएम केजरीवाल ने संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि नोटबंदी के नाम पर देश में 'बड़े घोटाले' को अंजाम दिया गया. सरकार ने कुछ लोगों को पहले ही आगाह कर दिया था. उन्होंने अपने दावे को सही साबित करने के लिए कहा कि बीजेपी की पंजाब शाखा के अध्यक्ष संजीव कम्बोज मोदी की घोषणा से कुछ दिन पहले ही सोशल मीडिया पर 2,000 रुपये के नए नोटों के साथ दिखे थे.

केजरीवाल ने केंद्र के इस फैसले को 'काला बाजारी करने वाले लोगों' की बजाय आम आदमी की 'छोटी बचत' पर ''सर्जिकल स्ट्राइक' बताया. उन्होंने कहा, 'ये मोदी जी का सर्जिकल स्ट्राइक काले धन के ऊपर नहीं, आम जनता के बरसों से जोड़े हुए सेविंग्स पर स्ट्राइक्स है. ये जो अफरा-तफरी मची है, उससे किसी कालेधन का पता नहीं चलने वाला. इससे काले धन की बस जगह बदल जाएगी.'

आम आदमी पार्टी के प्रमुख केजरीवाल ने कहा, नोट बदलने और एटीएम से पैसे निकालने के लिए कौन लोग लाइन में लगे हैं?.. वो आम जनता है. उन्होंने आरोप लगाया कि जान-बूझकर यह क्राइसिस पैदा की गई, जिससे लोग दौड़े-दौड़े सरकार के दलालों के पास भागें.

इसके साथ ही उन्होंने कहा, 'पिछले तीन महिनों के बैंकों में हजारों करोड़ रुपये जमा कराए गए. बैंक में जमा कराई गई इतनी बड़ी रकम से शक पैदा होता है.'

केजरीवाल ने कहा, पिछली तिमाही से पहले बैंक जमा निगेटिव में था, उसमें कोई बढ़ोतरी नहीं देखी गई. लेकिन फिर यह अचानक से बढ़ गया. ऐसे में सवाल उठता है कि ऐसा कैसे हुआ. उन्होंने साथ ही एक समाचार चैनल की रिपोर्ट दिखायी जिसमें जुलाई-सितंबर तिमाही में बैंकों में पैसे जमा करने में तेजी आने का दावा किया गया और कहा गया कि उस अवधि से पहले बैंकों में 'काफी कम' पैसे जमा थे. उन्होंने आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने जब मंगलवार को 500 और 1000 रुपये के नोट बंद करने की घोषणा की, उससे पहले ही बीजेपी और उसके दोस्तों को बता दिया गया था और उन्होंने अपनी नकदी जमा करा दी.

केजरीवाल ने कहा, 'काले धन के नाम पर देश में एक बड़ा घोटाला हो रहा है. एटीएम में पैसा ना होने के कारण लोग परेशान हैं. सुबह से ही लोगों को बैंकों और एटीएम के बाहर लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ रहा है.'

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, 'प्रधानमंत्री के अनुसार काले धन की क्या परिभाषा है? देश के शीर्ष उद्योगपति - अंबानी, अडाणी, शरद पवार, सुभाष चंद्रा और बादल (परिवार) ने काला धन जमा किया हुआ है या फिर किसानों, रिक्शाचालकों, दुकानदारों और मजदूरों जैसे आम लोगों ने?'

उन्होंने कहा, 'बीजेपी को उन लोगों की सूची का खुलासा करना चाहिए, जिन्हें उसने प्रधानमंत्री की घोषणा से काफी पहले इसकी जानकारी दे दी थी और उन्होंने इस वजह से अपने काले धन को ठिकाने लगा दिया.' केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी को उन दलालों की भी सूची जारी करनी चाहिए जो आम लोगों के अवैध नोट बदलवाने के लिए कमीशन ले रहे हैं, स्थिति का फायदा उठा रहे हैं और वे जो पैसे इकट्ठा कर रहे हैं, वे कहां जा रहे हैं?' (भाषा के इनपुट के साथ)


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com
अन्य खबरें