
मुंबई:
शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने सोमवार को पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के बयान को लेकर उनकी आलोचना की और उन्हें ‘पाखंडी’ करार दिया।
कई साल बीत जाने के बाद कलाम ने पिछले दिनों कहा था कि वह 2004 के चुनाव के बाद कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी को प्रधानमंत्री के रूप में शपथ दिलाने को तैयार थे।
राजग के एक अन्य घटक दल जनता दल यू ने रविवार को कलाम को इस मुद्दे को लेकर निशाना बनाया था।
ठाकरे ने पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ में दावा किया, ‘‘यह कहने के बाद कि वह इतालवी सोनिया गांधी को प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलाने को तैयार थे, वह मजाक का विषय बन गए हैं।’’ हाल ही में प्रकाशित ‘टर्निंग प्वाइंट’ में कलाम ने खुलासा किया है कि वह कुछ पक्षों के तीव्र विरोध के बावजूद 2004 के चुनाव के बाद सोनिया गांधी को प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलाने को तैयार थे।
ठाकरे ने कहा, ‘इतने सालों बाद, इस प्रकार का खुलासा कर कलाम ने जनता के दिलों में अपनी जगह खो दी है और अब जनता की नजर में वह पाखंडी और उथले हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘अभी तक, यही अनुमान लगाया जाता रहा है कि राष्ट्रपति के तौर पर कलाम ने सोनिया गांधी को प्रधानमंत्री बनने से रोक दिया था। इस एकमात्र कार्रवाई से, देश उनका सम्मान करता आ रहा था और यह सम्मान उनके राष्ट्रपति नहीं रहने के बाद भी जारी था।’
शिवसेना प्रमुख ने कहा, ‘कलाम दस साल पहले भी यह स्पष्टीकरण दे सकते थे लेकिन अपने स्वार्थी हितों के चलते वह चुप्पी साधे रहे।’ ठाकरे ने कहा कि पोखरण में उन्होंने जो परमाणु विस्फोट किया था उससे देश को लाभ नहीं हुआ लेकिन सोनिया गांधी के बारे में उनके ताजा विस्फोट ने विश्व स्तर पर भारत की छवि को खराब किया है।
शिवसेना प्रमुख ने कहा, ‘राजग में लोग कलाम को एक बार फिर राष्ट्रपति बनाने के लिए झुके जा रहे थे। यदि वह राजग के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बन जाते और उसके बाद यह खुलासा करते तो इससे राजग की बदनामी होती।’ उन्होंने लिखा है, ‘अब हमें शंका होने लगी है कि क्या उन्होंने वास्तव में पोखरण में परमाणु विस्फोट किया था।’
कई साल बीत जाने के बाद कलाम ने पिछले दिनों कहा था कि वह 2004 के चुनाव के बाद कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी को प्रधानमंत्री के रूप में शपथ दिलाने को तैयार थे।
राजग के एक अन्य घटक दल जनता दल यू ने रविवार को कलाम को इस मुद्दे को लेकर निशाना बनाया था।
ठाकरे ने पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ में दावा किया, ‘‘यह कहने के बाद कि वह इतालवी सोनिया गांधी को प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलाने को तैयार थे, वह मजाक का विषय बन गए हैं।’’ हाल ही में प्रकाशित ‘टर्निंग प्वाइंट’ में कलाम ने खुलासा किया है कि वह कुछ पक्षों के तीव्र विरोध के बावजूद 2004 के चुनाव के बाद सोनिया गांधी को प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलाने को तैयार थे।
ठाकरे ने कहा, ‘इतने सालों बाद, इस प्रकार का खुलासा कर कलाम ने जनता के दिलों में अपनी जगह खो दी है और अब जनता की नजर में वह पाखंडी और उथले हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘अभी तक, यही अनुमान लगाया जाता रहा है कि राष्ट्रपति के तौर पर कलाम ने सोनिया गांधी को प्रधानमंत्री बनने से रोक दिया था। इस एकमात्र कार्रवाई से, देश उनका सम्मान करता आ रहा था और यह सम्मान उनके राष्ट्रपति नहीं रहने के बाद भी जारी था।’
शिवसेना प्रमुख ने कहा, ‘कलाम दस साल पहले भी यह स्पष्टीकरण दे सकते थे लेकिन अपने स्वार्थी हितों के चलते वह चुप्पी साधे रहे।’ ठाकरे ने कहा कि पोखरण में उन्होंने जो परमाणु विस्फोट किया था उससे देश को लाभ नहीं हुआ लेकिन सोनिया गांधी के बारे में उनके ताजा विस्फोट ने विश्व स्तर पर भारत की छवि को खराब किया है।
शिवसेना प्रमुख ने कहा, ‘राजग में लोग कलाम को एक बार फिर राष्ट्रपति बनाने के लिए झुके जा रहे थे। यदि वह राजग के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बन जाते और उसके बाद यह खुलासा करते तो इससे राजग की बदनामी होती।’ उन्होंने लिखा है, ‘अब हमें शंका होने लगी है कि क्या उन्होंने वास्तव में पोखरण में परमाणु विस्फोट किया था।’
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