BJP को मिलेगा एक और झटका? अनुप्रिया पटेल कार्यक्रम छोड़ लौटीं दिल्ली, 'अपना दल' सरकारी कार्यक्रम में नहीं लेगा हिस्सा

यूपी के सारे कार्यक्रम रद्द कर अनुप्रिया पटेल दिल्ली आ गई हैं. बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार में मंत्री अनुप्रिया पटेल को बुधवार को देवरिया में मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन करना था.

BJP को मिलेगा एक और झटका? अनुप्रिया पटेल कार्यक्रम छोड़ लौटीं दिल्ली, 'अपना दल' सरकारी कार्यक्रम में नहीं लेगा हिस्सा

अनुप्रिया पटेल (फाइल फोटो)

खास बातें

  • अपना दल बीजेपी से नाराज चल रहा है.
  • अनुप्रिया पटेल देवरिया में कार्यक्रम छोड़ दिल्ली लौट आईं हैं.
  • योगी सरकार से उपेक्षा का आरोप लगा रही हैं.
नई दिल्ली:

एनडीए से नाराज होने वाली पार्टियों की फेहरिस्त लंबी होती जा रही है और इस लिस्ट में अब अनुप्रिया पटेल की पार्टी 'अपना दल' का नाम भी जुड़ गया है. राष्‍ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) को एनडीए छोड़ कर महागठबंधन में शामिल हुए ज्‍यादा दिन हुए भी नहीं है कि अब एनडीए की एक और सहयोगी पार्टी अपना दल भी एनडीए से नाराज बताया जा रहा है. अपना दल का कहना है कि उनकी पार्टी को वह सम्मान नहीं मिल पा रहा है, जिसकी हकदार वह है. अब खबर है कि अपना दल की अनुप्रिया पटेल और उनके पति आशीष तब तक किसी भी उत्तर प्रदेश के सरकारी कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेंगे, जब तक केंद्रीय लीडरशिप इस मसले को हल नहीं करता है.

यह भी पढ़ें : 2018 का सबसे पसंदीदा राजनेता कौन...?

अपना दल पार्टी की दलील है कि अनुप्रिया पटेल स्वास्थ्य विभाग में केंद्र में मंत्री है लेकिन राज्य में केंद्र के सहयोग से होने वाले स्वास्थ्य विभाग के कार्यक्रम में भी उन्हें नहीं बुलाया जाता है. अपना दल का कहना है कि उनकी पार्टी नाम की ही सहयोगी दल रह गई है. बता दें कि यूपी में अपना दल के 9 विधायक और एक एमएलसी हैं. 

यह भी पढ़ें : कुशवाहा के बाद एक और सहयोगी हुआ बीजेपी से नाराज, एनडीए छोड़ने की धमकी दी

बताया जा रहा है कि अपना दल योगी सरकार के रवैये से ज्यादा नाराज है. उसका कहना है कि यूपी में 8 मेडिकल कॉलेज का प्रस्ताव है और इसमें 60 फीसदी पैसा केंद्र से आता है. बावजूद इसके अनुप्रिया पटेल को कार्यक्रमों में नहीं बुलाया जााता है. बता दें कि अपना दल का 9 फीसदी वोट बैंक है.

यह भी पढ़ें : पासवान और राजभर के बाद अब अनुप्रिया पटेल को भी मनाने की कोशिश

बताया जा रहा है कि यूपी के सारे कार्यक्रम रद्द कर अनुप्रिया पटेल दिल्ली आ गई हैं. बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार में मंत्री अनुप्रिया पटेल को बुधवार को देवरिया में मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन करना था, मगर उन्होंने अपना कार्यक्रम रद्द कर दिया और वह दिल्ली लौट आईं हैं. हालांकि, अपना दल के प्रतापगढ़ के सांसद हरिबंश सिंह ने कहा कि पीएम मोदी के लीडरशिप में एनडीए अच्छा काम कर रही है. 

बता दें कि अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल (एस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशीष पटेल ने मंगलवार को एक खास पत्रकार वार्ता में राज्य भाजपा नेतृत्व पर तीखा प्रहार किया और कहा कि हम कैसे सहयोगी, जिसका सम्मान नहीं. दरअसल मंगलवार को उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थ नगर में मेडिकल कॉलेज के उद्घाटन के अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल को आमंत्रित न किये जाने पर अपना दल नेतृत्व खासा आहत है.

यह भी पढ़ें : पत्रकारिता में योगदान के लिए अफशां अंजुम को महिला दिवस पर किया गया सम्‍मानित

इससे पहले केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक अपना दल-सोनेलाल (अनुप्रिया गुट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशीष पटेल ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के नेतृत्व के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए मंगलवार को कहा कि न केवल अपना दल बल्कि भाजपा के भी कई विधायक, सांसद और मंत्री प्रदेश शासन से नाराज हैं. 

यह भी पढ़ें : केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने सफाई कर्मचारियों के साथ देखी फिल्म ‘टॉयलेट - एक प्रेम कथा'

पटेल ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में प्रदेश सरकार से नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि अपना दल के कोटे से केन्द्र में मंत्री बनीं अनुप्रिया पटेल को उत्तर प्रदेश में वह सम्मान नहीं मिलता जिसकी वह हकदार हैं. यहां तक कि उन्हें मेडिकल कॉलेजों के उद्घाटन कार्यक्रमों में भी नहीं बुलाया जाता. उन्होंने कहा कि न केवल अपना दल बल्कि खुद भाजपा के विधायक, सांसद और यहां तक कि मंत्री भी प्रदेश ‘शासन-सरकार' से नाराज हैं और वे केन्द्रीय नेतृत्व से मिलकर अपनी नाराजगी जाहिर करना चाहते हैं. 

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

राजनैतिक हलके में तहलका मचाने वाला यह बयान पार्टी अध्यक्ष ने जारी करते हुये कहा कि बंद कमरे में बात हो चुकी है, जब पानी सर के ऊपर निकल रहा है, तो बाहर बात कर रहा हूं. हम सम्मान चाहते हैं और सम्मानजनक सीट चाहते हैं. हलांकि हमें उम्मीद है कि भाजपा शीर्ष नेतृत्व इस संदर्भ में गंभीरता से विचार करेगा.