तमिलनाडु के तूतीकोरिन (Tuticorin) में वेदांता के स्टरलाइट फैक्ट्री के विरोध प्रदर्शन में हुई हिंसा के मामले में जांच के सिलसिले में मदद के लिए सुपरस्टार रजनीकांत (Rajnikanth) को समन (Summon) जारी किया गया है. दरअसल, साल में 2018 में तूतीकोरिन स्थित वेदांता की स्टरलाइट कॉपर यूनिट को बंद करने को लेकर लोग प्रदर्शन (Sterlite protests) कर रहे थे. इस दौरान, पुलिस और प्रदर्शनकारियों में झड़प हो गई. जिसमें 13 प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई थी.
ततीकोरिन फायरिंग मामले की जांच कर रही एक सदस्यीय न्यायिक समिति ने रजनीकांत को समन किया है. रजनीकांत ने प्रदर्शन पर टिप्पणी की थी. इसी सिलसिले में पूछताछ के लिए उन्हें बुलाया गया है. रजनीकांत ने कहा था कि "कुछ असामाजिक तत्वों" ने प्रदर्शन में घुसपैठ की थी. सेवानिवृत्त जज अरुणा जगदीशन ने रजनीकांत को पहले भी तलब किया था, लेकिन एक्टर ने पेश होने से छूट मांगी थी.
राज्य की सत्ताधारी पार्टी एआईएडीएमके की सरकार की तर्ज पर सुपरस्टार रजनीकांत ने मौतों के लिए असामाजिक तत्वों को दोषी ठहराया था और सरकार से उनसे कड़ाई से निपटने के लिए कहा था.
स्थानीय लोगों का आरोप लगाया था कि खुले आम फायरिंग की स्थिति खड़ी करने के पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर हमला किया और गाड़ियों में आग लगा दी.
असामाजिक तत्वों को दोष देने के बारे में सवाल पूछने पर रजनीकांत भड़क गए थे और संवाददाताओं से कहा था, "मुझसे मत पूछो, मुझे पता, मुझे सब कुछ पता है.
उन्होंने राजनीति में आने की इच्छा जाहिर करने से पहले कहा था कि अगर हर चीज के लिए विरोध प्रदर्शन किया गया तो तमिलनाडु एक कब्रिस्तान में बदल जाएगा.
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