
सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने अपने निवास रालेगन सिद्धी में कहा कि वह इस बार तृणमूल कांग्रेस के लिए प्रचार करेंगे। अब तक राजनीतिक दलों से दूरी बनाए रखने वाले 76 वर्षीय अन्ना हजारे ने कहा कि ममता बनर्जी की सादगी आज भी अनुकरणीय है।
अन्ना हजारे ने कहा कि उन्होंने तमाम राजनीतिक दलों को 17 सूत्रीय मांगों का पत्र लिखा था, लेकिन अकेले तृणमूल कांग्रेस की ओर से जवाब आया।
इससे पहले, राजनीतिक दलों के लिए अन्ना हजारे के 17 सूत्री एजेंडा के प्रस्ताव पर सहमति जताते हुए तृणमूल कांग्रेस ने गांधीवादी हजारे से मार्गदर्शन मांगा था।
तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव मुकुल रॉय ने हजारे को हाल ही में लिखे पत्र में कहा था, 'हम आपके 17 सूत्री आर्थिक एजेंडा को स्वीकार करते हैं और हमें आपके मार्गदर्शन की भी जरूरत है।'
उन्होंने हजारे के उस पत्र का जवाब दिया जिसमें आगामी लोकसभा चुनाव के बाद संसद में कुछ कार्यक्रमों को लागू करने के लिए पार्टी का समर्थन मांगा गया था।
मुकुल रॉय ने कहा कि इस सूची में अधिकतर मुद्दे आम आदमी के जीवनस्तर को सुधारने, ग्राम आधारित उद्योगों के विकास, खेती की जमीन के अधिग्रहण में पारदर्शिता, अल्पसंख्यकों की दशा सुधारने आदि से संबंधित हैं। जिन्हें पहले ही 2009 के लोकसभा चुनावों और 2011 के राज्य विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी के घोषणापत्र में शामिल किया जा चुका है।
तृणमूल नेता ने हजारे से कहा, 'मैं आपको भरोसा दिलाना चाहूंगा कि हम पूरे दिल से 2014 के लोकसभा चुनाव के लिए भी अपनी पार्टी के घोषणापत्र में इस तरह के कई सारे विचारों को शामिल करने की दिशा में काम कर रहे हैं।'
तृणमूल के राष्ट्रीय प्रवक्ता डेरेक ओब्रायन ने कहा, 'अन्नाजी और ममता दीदी का जीवन सादगी भरा है। हम उनसे अपने मार्गदर्शन की अपेक्षा करेंगे।' हजारे ने कल ममता बनर्जी की सादगी को लेकर उनकी तारीफ की थी।
रॉय ने हजारे को लिखे खत में सार्वजनिक जीवन में पारदर्शिता लाने के अथक प्रयासों पर भी उन्हें शुभकामनाएं दीं थी।
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