126 सदस्यीय असम विधानसभा के लिए चुने गए नवनिर्वाचित विधायकों को आज पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई. इस दौरान विधायक अखिल गोगोई आकर्षण का केंद्र बने रहे. उन्होंने जेल से विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की है. आज उन्हें शपथ कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जेल से विधानसभा लाया गया. इस दौरान एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा जिसमें सुरक्षाकर्मी अखिल गोगोई को धक्का देते दिखाई दे रहा है.
11 मई को कोर्ट ने अखिल गोगोई को असम में विधायक के रूप में शपथ लेने की अनुमति दी थी. उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच असम विधानसभा लाया गया. बता दें कि गोगोई ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) का विरोध किया था. तब उनपर राजद्रोह और हिंसा भड़काने का आरोप लगा था. इन आरोपों के चलते गोगोई दिसंबर 2019 से जेल में बंद हैं.
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अखिल गोगोई ने विधानसभा जाते समय आरोप लगाया कि असम विधानसभा ले जाते वक्त सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें धक्का दिया. अधिकारियों और सुरक्षा कर्मियों ने उनके साथ मारपीट की. उनकी पार्टी द्वारा इस घटाक्रम से जुड़ा एक वीडियो भी जारी किया गया है. गोगोई ने कहा कि इस दौरान कोविड प्रोटोकॉल भी तोड़े गए. वे एव विधायक के साथ ऐसा नहीं कर सकते. उन्होंने कहा, "सरकार मुझे मार सकती है, लेकिन मेरी आवाज नहीं दबा सकती."
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इस पूरे घटनाक्रम पर विपक्ष के नेता देवव्रत सैकिया ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. किसी को भी धक्का नहीं देना चाहिए. कानून को अपना काम करना चाहिए, लेकिन विधायकों के भी अपने विशेषाधिकार हैं, इसलिए विपक्ष के नेता के रूप में मैं गोगोई से शिकायत करने के लिए कहूंगा. एआईयूडीएफ विधायक अमीनुल इस्लाम ने कहा कि कोविड प्रोटोकॉल तोड़ा गया, पुलिस ने उन्हें (अखिल गोगोई) धक्का दिया और मजिस्ट्रेट ने कथित तौर पर बेल्ट खींच लिया. मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं. इस पूरे घटनाक्रम पर पुलिस सूत्रों ने कहा कि वे कानून-व्यवस्था बनाए रख रहे थे क्योंकि गोगोइ एक विचाराधीन कैदी हैं.
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