नई दिल्ली:
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु की दया याचिका 3 फरवरी को ही ठुकरा दी थी, जिसके बाद आज उसे फांसी पर लटका दिया गया। केंद्रीय गृह सचिव आरके सिंह ने यह जानकारी दी।
आरके सिंह ने संवाददाताओं से कहा, राष्ट्रपति ने 3 फरवरी को अफजल गुरु की दया याचिका को नामंजूर कर दिया था और उसके बाद हमने जेल के नियम कायदों की पड़ताल की और आज उसे फांसी दे दी गई।
अफजल को दफनाए जाने के बारे में पूछे जाने पर गृह सचिव ने कहा, हम जेल के नियमों का पालन करेंगे और कानून के अनुसार कार्रवाई होगी। आरके सिंह ने बताया कि अफजल गुरु को फांसी दिए जाने के साथ ही 2001 में संसद पर हमले के मामले की कार्यवाही एक तार्किक परिणाम तक पहुंच गई है। उन्होंने कहा, कानून और न्याय ने अपना काम किया।
आरके सिंह ने संवाददाताओं से कहा, राष्ट्रपति ने 3 फरवरी को अफजल गुरु की दया याचिका को नामंजूर कर दिया था और उसके बाद हमने जेल के नियम कायदों की पड़ताल की और आज उसे फांसी दे दी गई।
अफजल को दफनाए जाने के बारे में पूछे जाने पर गृह सचिव ने कहा, हम जेल के नियमों का पालन करेंगे और कानून के अनुसार कार्रवाई होगी। आरके सिंह ने बताया कि अफजल गुरु को फांसी दिए जाने के साथ ही 2001 में संसद पर हमले के मामले की कार्यवाही एक तार्किक परिणाम तक पहुंच गई है। उन्होंने कहा, कानून और न्याय ने अपना काम किया।
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