पुलिस का कहना है कि हादसे में मारे गए ज्यादातक लोग होटल के ही कर्मचारी थे।
मुंबई:
कुर्ला पश्चिम के होटल के लगी आग में 8 लोगो की मौत हो गईं । मरने वालों में एक महिला और 5 कॉलेज के छात्र हो सकते हैं। होटल में दोपहर को खाना खा रहे थे तभी ये हादसा हुआ। कुर्ला पश्चिम में सिटी किनारा होटल में लगी आग छोटी थी। लेकिन हादसा बड़ा साबित हुआ।
ऊपरी मंजिल पर खाना खा रहे 8 लोगों की मौत हो गई। चश्मदीदों का कहना है कि आग करीब एक बजे लगी और 15 मिनट में ही आग बुझा भी ली गई। लेकिन उतनी ही देर में ऊपर मौजूद 8 लोग इतनी बुरी तरह से जल चुके थे कि सभी की मौत गई। मरने वालो में ज्यादातर ग्राहक हैं। क्योंकि होटल का किचन तल मंजिल पर है और ऊपर खाने की व्यवस्था थी।
आस-पड़ोस के लोगों का कहना है कि आग लगने के बाद चारों तरफ धुआं उठ रहा था। ऊपरी मंजिल पर खिड़की से बचाओ-बचाओ की आवाजें आ रही थी। कुछ हाथ भी दिखाई पड़ रहे थे। लेकिन, हम कुछ नहीं कर पाये। हम भी डर गए थे।
सूचना मिलते ही पहुंचे दमकल कर्मियों ने तुरंत आग पर काबू पा लिया। इलाके के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त आर डी शिंदे के मुताबिक आग ऊपरी मंजिल पर रखे गैस सिलिंडर से रिसाव की वजह से लगी होगी। उन्होंने होटल में किसी भी तरह के धमाके से इनकार किया।
हादसे की खबर फैलते ही पास में ही स्थित डॉन बॉस्को कॉलेज के कुछ परिजन राजावाडी अस्पताल पंहुच गए। पता चला कि ऊपरी मंजिल पर खाना खाने वालों में 4 छात्र और एक छात्रा उसी कॉलेज के थे।
हॉस्पिटल में मातम फैला था। शव इस कदर जल चुके थे कि उन्हें पहचानना मुश्किल हो रहा था। इस हादसे ने एक बार फिर बेतरतीब तरीके से चल रहे होटलों और उनके सुरक्षा इंतज़ामों पर सवाल खड़े किए हैं।
ऊपरी मंजिल पर खाना खा रहे 8 लोगों की मौत हो गई। चश्मदीदों का कहना है कि आग करीब एक बजे लगी और 15 मिनट में ही आग बुझा भी ली गई। लेकिन उतनी ही देर में ऊपर मौजूद 8 लोग इतनी बुरी तरह से जल चुके थे कि सभी की मौत गई। मरने वालो में ज्यादातर ग्राहक हैं। क्योंकि होटल का किचन तल मंजिल पर है और ऊपर खाने की व्यवस्था थी।
आस-पड़ोस के लोगों का कहना है कि आग लगने के बाद चारों तरफ धुआं उठ रहा था। ऊपरी मंजिल पर खिड़की से बचाओ-बचाओ की आवाजें आ रही थी। कुछ हाथ भी दिखाई पड़ रहे थे। लेकिन, हम कुछ नहीं कर पाये। हम भी डर गए थे।
सूचना मिलते ही पहुंचे दमकल कर्मियों ने तुरंत आग पर काबू पा लिया। इलाके के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त आर डी शिंदे के मुताबिक आग ऊपरी मंजिल पर रखे गैस सिलिंडर से रिसाव की वजह से लगी होगी। उन्होंने होटल में किसी भी तरह के धमाके से इनकार किया।
हादसे की खबर फैलते ही पास में ही स्थित डॉन बॉस्को कॉलेज के कुछ परिजन राजावाडी अस्पताल पंहुच गए। पता चला कि ऊपरी मंजिल पर खाना खाने वालों में 4 छात्र और एक छात्रा उसी कॉलेज के थे।
हॉस्पिटल में मातम फैला था। शव इस कदर जल चुके थे कि उन्हें पहचानना मुश्किल हो रहा था। इस हादसे ने एक बार फिर बेतरतीब तरीके से चल रहे होटलों और उनके सुरक्षा इंतज़ामों पर सवाल खड़े किए हैं।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं