बीएसपी के 7 विधयाकों ने मायावती से बागवत कर की अखिलेश यादव से मुलाकात, बताई ये खास वजह..

2017 विधानसभा चुनाव में बीएसपी के 19 विधायक जीते. अंबेडकर नगर सीट उपचुनाव में हारने पर 18 बचे. रमावीर उपाध्याय और अनिल सिंह बीजेपी के साथ हो लिए तो 16 बचे. बीएसपी के 16 में से 7 विधायक अखिलेश से मिले. 

बीएसपी के 7 विधयाकों ने मायावती से बागवत कर की अखिलेश यादव से मुलाकात, बताई ये खास वजह..

लखनऊ:

यूपी में बहुजन समाज पार्टी (BSP) के 7 विधायकों ने बुधवार को मायावती (Mayawati) से बगावत कर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) से मुलाकात की. यहीं नहीं, हो रहे राज्यसभा चुनाव में बीएसपी उम्मीदवार के प्रस्तावक बने 10 विधायकों में से पांच ने आज अपना प्रस्ताव वापस लेने का ऐलान भी कर दिया. इनमें से एक का तो कहना है कि प्रस्ताव पर उनके फर्जी दस्तखत बनाए गए हैं. बीएसपी ने इल्जाम लगाया है कि समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) उनके विधायकों की खरीद फरोख्त कर रही हैं.

यूपी में हो रहे राज्यसभा चुनाव में बीएसपी प्रत्याशी रामजी गौतम (Ramji Gautam) के प्रस्तावक बने 10 विधायकों में से 5 ने आज प्रस्ताव के तौर पर अपना नाम वापस लेने का ऐलान कर दिया. प्रयागराज की हंडिया सीट से बीएसपी विधायक हाकम लाल बींद ने उनके फर्जी हस्ताक्षर किए जाने का आरोप लगाया है.

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उन्होंने कहा, ' मेरे फर्जी हस्ताक्षर करके पर्चेा दाखिल किया गया. मैं हंडिया विधानसभा जनपद प्रयागराज से विधायक हूं, हमारे विधायक रहते हुए बीएसपी के कोओर्डिनेटर हम लोगों से कोई संपर्क नहीं करते, कोई मीटिंग नहीं करते, और हम लोगों की विधानसभा में कैंडिडेट खोजने का काम करते हैं' 

यूपी में राज्य सभा की 10 सीटों पर चुनाव हैं. एक सीट जीतने के लिए 37 वोटों की जरूरत हैं. बीजेपी के पास 304 वोट अपने और 16 समर्थकों के हैं. यानि कुल 320 वोट, बीजेपी ने 8 प्रत्याशी खड़े किए हैं. जिन्हें 296 वोट चाहिए. इसके बाद बीजेपी के पास 24 वोट बचेंगे. बीजेपी 13 वोट का इंतजाम करके अपना नौवां उम्मीदवार जीता सकती थी. कहते हैं कि उसने ये वोट बीएसपी को देने का वादा किया. 

बीएसपी के पास केवल 18 वोट हैं. जिसमें से मुख्तार अंसारी जेल में है और दो विधायक पहले से बागी हैं. ऐसे में 15 वोट रखने वाली बीएसपी ने एक उम्मीदवार उतार दिया. बीजेपी के वोटों से उनकी जीत पक्की हो जाती है. 

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बीएसपी के कुछ विधायक कहते हैं कि जब उन्हें ये एहसास हुआ की मायावती बीजेपी से मिल गई हैं इसलिए उन्होंने प्रस्ताव के बाद भी अपना नाम वापस लेने की चिट्ठी दे डाली. बीएसपी के विधायक मुज्तबा ने कहा, 'बहुजन समाज पार्टी में माननीय बहन जी हमेशा बीजेपी के खिलाफ रहती थीं और कल हमने देखा कि बीजेपी ने अपना नाम नहीं जमा किया, इनको खुली छूट दे दिया कि आप निर्विरोध हो जाएं.' 

बीएसपी की ये बगावत रंग लाती है तो मायावती के लिए परेशानी खड़ी हो सकती है. 2017 विधानसभा चुनाव में बीएसपी के 19 विधायक जीते.  अंबेडकर नगर सीट उपचुनाव में हारने पर 18 बचे. रमावीर उपाध्याय और अनिल सिंह बीजेपी के साथ हो लिए तो 16 बचे. बीएसपी के 16 में से 7 विधायक अखिलेश से मिले. और अगर ये बागी हो जाते हैं तो मायावती के पास केवल 9 विधायक बचेंगे. 

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बीएसपी का आरोप है समाजवादी पार्टी उनके विधायकों की खरीद फरोख्त कर रही है. पार्टी महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा, 'खरीद-फरोख्त की राजनीति समाजवादी पार्टी की पुरानी प्रथा है, तो इसमें कोई नई चीज नहीं है. और वो इस चीज में उन्होंने जो संदेश दिया है ये पूरा देश, पूरा प्रदेश इसे लेकर उनके खिलाफ थू-थू करने का काम करेगा.'