
देश के अलग-अलग राज्यों में नागरिकता संशोधन कानून...नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर और NRC के खिलाफ बढ़ते विरोध में शामिल संगठन अब लामबंद हो गए हैं. ऐसे 100 से ज्यादा संगठनों ने नागरिकता संशोधन कानून वापस लेने के लिए दबाव बढ़ाते हुए पूरे देश में 30 जनवरी को महात्मा गांधी की शहादत के दिन सैंकड़ों किलोमीटर लंबी ह्यूमन चेन बनाने का फैसला किया है.
देश के अलग-अलग हिस्सों में CAA, NPR और NRC के खिलाफ विरोध में उतरे 100 से ज़्यादा संगठनों ने एक नया बैनर तैयार किया है - We The People of India...यानी हम भारत के लोग ... ये सभी संगठन अब 30 जनवरी को शाम 5.17 पर ह्यूमन चेन बनाएंगे. ठीक उसी वक्त जब महात्मा गांधी की हत्या हुई थी.
योगेंद्र यादव ने कहा कि यह गांधी बनाम गोडसे की विचारधारा के बीच की लड़ाई है. एक सोच सभी धर्मों को साथ लेकर चलने की बात करता है, दूसरा सिर्फ एक धर्म का वर्चस्व स्थापित करना चाहता है. हमने 30 जनवरी की शाम को देश भर में CAA, NPR और NRC के खिलाफ ह्यूमन चेन (मानव श्रृंखला) बनाने की अपील की है. हमने देश भर में जो प्रोटेस्ट हो रहे हैं उनको कोआर्डिनेट करने की कोशिश की है.
इन सभी 100 से अधिक संगठनों ने सामूहिक तौर पर नागरिकता संशोधन कानून को खत्म करने की मांग की है. आरटीआई एक्टिविस्ट अंजलि भारद्वाज ने कहा कि हमारी तीन मांगें हैं. CAA को वापस लिया जाए. NPR और NRC नहीं होना चाहिए. देश में इनके खिलाफ निरंतर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. हम उनका समर्थन करते हैं.
इन संगठनों का कहना है कि CAA के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन गैर-राजनीतिक हैं. इस लड़ाई को आगे बढ़ाने की ज़रूरत है.