बिहार में दसवीं बोर्ड की परीक्षा में खुलेआम नकल का मामला सामने आने के बाद अब पुलिस कांस्टेबल भर्ती में 13 दिनों में 1,068 फर्जी उम्मीदवारों की गिरफ्तारी का मामला सामने आया है।
पुलिस ने रविवार को बताया कि भर्ती प्रक्रिया के तहत दस्तावेज पेश करने के दौरान 1,068 फर्जी उम्मीदवारों का खुलासा हुआ। अधिकारी ने बताया कि फर्जी उम्मीदवारों को शारीरिक परीक्षण के दौरान उस वक्त गिरफ्तार किया गया, जब उन्होंने परीक्षण के लिए दस्तावेज पेश किए।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, 'इतनी बड़ी संख्या में फर्जी उम्मीदवार कभी नहीं गिरफ्तार किए गए थे।' उन्होंने कहा कि स्क्रीनिंग टेस्ट में 16 से 28 मार्च के बीच कुल 1,068 फर्जी उम्मीदवार पकड़े गए। स्क्रीनिंग की प्रक्रिया शनिवार को समाप्त हुई। मामले की प्राथमिक जांच में पता चला कि जिनको गिरफ्तार किया गया, उनको रुपये देकर शारीरिक परीक्षण के लिए उम्मीदवारों ने अपने स्थान पर भेजा था।
सभी युवकों को पहले न्यायालय में पेश किया गया और उसके बाद जेल भेज दिया गया। राज्य सरकार ने बीते साल 11,783 कांस्टेबलों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू की थी। बिहार केंद्रीय चयन बोर्ड ने इसके लिए लिखित परीक्षा राज्य के कई केंद्रों में आयोजित की थी, जिसमें से चयनित 52,000 उम्मीदवारों को दस्तावेजों की स्क्रीनिंग के लिए पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कांपलेक्स बुलाया गया था।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं