कल अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस या आईएमडी मनाया गया. यह हर साल 19 नवंबर को मनाया जाता है. इस दिन की शुरुआत 1992 में थॉमस ओस्टर ने की थी. बाद में इसे 1999 में त्रिनिदाद और टोबेगो में पहली बार मनाया गया और इसका श्रेय डॉ. जीरोम तिलकसिंह को जाता है. डॉ. जीरोम ने ही अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस की पहल की थी. अब हर साल 70 देशों में अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस 19 नवंबर को मनाया जाता है. हर साल इस दिन एक खास थीम होती है. इस साल थीम है 'पॉजीटिव मेल रोल मॉडल.' इस दिन को कई तरह से मनाया जाता है. इस दिन सार्वजनिक सेमिनार, कार्यशालाएं, पैनल चर्चाएं, सम्मेलन, व्याख्यान, पुरस्कार समारोह, कला प्रदर्शनी, आयोजित की जाती हैं.
पुरुषों में बांझपन का खतरा बढ़ा देती है ये बीमारी...
डायबिटीज को दूर भगा देंगी ये 4 आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां
अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस का प्राथमिक उद्देश्य हैं:
- पुरुषों को पॉजिटीव रोल मॉडल बनने के लिए प्रोत्साहित करना
- पुरुषों के सकारात्मक योगदान का जश्न मनाने के लिए
- पुरुषों के स्वास्थ्य और कल्याण पर ध्यान केंद्रित करने के लिए
- पुरुषों के खिलाफ भेदभाव को उजागर करने के लिए
आइए नजर डालते हैं कुछ ऐसी आम बीमारियों पर, जिनकी गिरफ्त में महिलाओं की तुलना में पुरुष अधिक आते हैं:
जानें पूरा सच: क्या खाने से बढ़ती है पुरुषों में शुक्राणुओं की गुणवत्ता!
Home Remedies: डायबिटीज में फायदेमंद हैं ये 5 चीजें, ब्लड शुगर कंट्रोल करने के कारगर नुस्खे
1. हाइपरटेंशन:
डॉ. गीता प्रकाश कहती हैं, पुरुषों को महिलाओं की तुलना में हाई बीपी का अधिक खतरा रहता है. हाई बीपी के मुख्य कारण अस्वस्थ आहार, पारिवारिक इतिहास, तनाव और शारीरिक गतिविधि न होना है. इसके अलावा, पुरुषों को कोलेस्ट्रॉल के लेवल की निरंतर जांच कराते रहना चाहिए. बीमारी को रोकने के लिए, उन्हें विशेष रूप से कम फैट वाली डाइट लेनी चाहिए, तनाव से बचना चाहिए और डेली एक्सरसाइज करनी चाहिए. तनाव से बचने के लिए आप कुछ ब्रीदिंग एक्सरसाइज या योग करें.
2. प्रोस्टेट कैंसर:
डॉक्टर के अनुसार, 40 वर्ष की आयु के बाद पुरुषों में विशेष रूप से प्रोस्टेट कैंसर का जोखिम अधिक रहता है. इसलिए, प्रोस्टेट-स्पेसिफिक एंटीजन (पीएसए) और अल्ट्रासाउंड नियमित रूप से कराते रहना चाहिए.
नए तरह के प्रोस्टेट कैंसर की हुई पहचान
यौन जीवन में आने वाली परेशानियों को कुछ यूं करें दूर...
3. हार्ट अटैक:
डॉक्टर ने कहा, दिल की बीमारियों का मुख्य कारण तनाव, अत्यधिक धूम्रपान या मद्यपान है. इसके अलावा जिन पुरुषों को डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर रहता है उन्हें हार्ट डिजीज होने का अधिक खतरा होता है. इसलिए, अपनी ब्लड शूगर और ब्लड प्रेशर के लेवल पर नजर रखें. इसके अलावा सुनिश्चित करें कि आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल कम रहे, आप हेल्दी डाइट लें और स्ट्रेस से दूर रहें.
4. फेफड़े के रोग:
वह कहती हैं, जो लोग धूम्रपान के आदी होते हैं, वे फेफड़ों की बीमारियों या फैटी लीवर रोग के शिकार हो सकते हैं. इसलिए, धूम्रपान से बचना चाहिए और फेफड़ों की बीमारियों को रोकने के लिए हेल्दी और पौष्टिक डाइट लेनी चाहिए.
Female Sexual Dysfunction: क्या है इसकी वजह, जानें यौन अक्षमता के बारे में सबकुछ...
प्रेगनेंसी के दौरान सेक्स करते वक्त न करें ये गलतियां
5. मुंह का कैंसर:
डॉ. गीता प्रकाश कहती हैं, आमतौर पर पुरुष तंबाकू खाते हैं, जो मुंह के कैंसर के विकास का मुख्य कारण होता है. इसलिए, तंबाकू चबाने से बचें, क्योंकि इससे मुंह का कैंसर हो सकता है.
(डॉ गीता प्रकाश मैक्स मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल, पंचशील पार्क में एक फैमिली फिजिशियन हैं)
और खबरों के लिए क्लिक करें.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं