मुंबई:
हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में इनका कोई पालनहार नहीं है, इन्होंने सिर्फ अपने अभिनय के बूते पर बॉलीवुड में ही नहीं अंतरराष्ट्रीय जगत में भी एक अलग मुकाम हासिल किया है। अपनी सफलता की बात करते हुए नवाज़ुद्दीन सिद्दकी ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह इतने लोकप्रिय हो जाएंगे। काफी सालों तक काम ना मिलने की वजह से उन्हें सी-ग्रेड फिल्मों का भी सहारा लेना पड़ा।
अपनी फिल्म 'बजरंगी भाईजान' के प्रमोशन के सिलसिले में बात करते हुए नवाज़ ने बताया "मैं बॉलीवुड एक्टर बनने नहीं आया था। मैं तो टीवी करना चाहता था, लेकिन किसी ने मुझे मौका नहीं दिया। इसलिए मैंने 6-7 सालों तक सी ग्रेड फिल्में ही की। कई बार तो एकाध रोल के लिए भी राजी हो गया। ज्यादा सपने नहीं देखता था क्योंकि उससे कुछ हाथ नहीं लगता।"
सरफरोश, मुन्नाभाई एमबीबीएस, ब्लैक फ्राइडे जैसे फिल्मों में नवाज़ बेहद ही छोटी भूमिका में नज़र आए हैं। हालांकि कहानी, गैंग्स ऑफ वासेपुर, तलाश और बदलापुर जैसे फिल्मों में शाबाशी मिलने के बाद नवाज़ के करियर में काफी बदलाव आया। ख़ास बात ये है कि मुख्य किरदार या हीरो के रोल, नवाज़ुद्दीन के हाथ कम ही लग पाएं हैं लेकिन इसके बावजूद वह लोगों का ध्यान बटोरने में कामयाब रहे हैं।
राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के छात्र रह चुके नवाज़ का मानना है कि कमर्शियल फिल्मों के किरदारों में कई लेयर होती हैं जिससे एक एक्टर का काम आसान हो जाता है। 17 जुलाई को रिलीज़ होने वाली फिल्म 'बजरंगी भाईजान' में नवाज़ और सलमान एक बार फिर साथ में नज़र आएंगे। इससे पहले 'किक' में भी इन दोनों कलाकारों ने साथ काम किया था।
इस बीच नवाज़ की एक और नई फिल्म 'मांझी-द माउंनटेन मैन' के ट्रेलर की भी सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हो रही है। दशरथ मांझी के जीवन पर आधारित इस फिल्म का निर्देशन केतन मेहता ने किया है।
अपनी फिल्म 'बजरंगी भाईजान' के प्रमोशन के सिलसिले में बात करते हुए नवाज़ ने बताया "मैं बॉलीवुड एक्टर बनने नहीं आया था। मैं तो टीवी करना चाहता था, लेकिन किसी ने मुझे मौका नहीं दिया। इसलिए मैंने 6-7 सालों तक सी ग्रेड फिल्में ही की। कई बार तो एकाध रोल के लिए भी राजी हो गया। ज्यादा सपने नहीं देखता था क्योंकि उससे कुछ हाथ नहीं लगता।"
सरफरोश, मुन्नाभाई एमबीबीएस, ब्लैक फ्राइडे जैसे फिल्मों में नवाज़ बेहद ही छोटी भूमिका में नज़र आए हैं। हालांकि कहानी, गैंग्स ऑफ वासेपुर, तलाश और बदलापुर जैसे फिल्मों में शाबाशी मिलने के बाद नवाज़ के करियर में काफी बदलाव आया। ख़ास बात ये है कि मुख्य किरदार या हीरो के रोल, नवाज़ुद्दीन के हाथ कम ही लग पाएं हैं लेकिन इसके बावजूद वह लोगों का ध्यान बटोरने में कामयाब रहे हैं।
राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के छात्र रह चुके नवाज़ का मानना है कि कमर्शियल फिल्मों के किरदारों में कई लेयर होती हैं जिससे एक एक्टर का काम आसान हो जाता है। 17 जुलाई को रिलीज़ होने वाली फिल्म 'बजरंगी भाईजान' में नवाज़ और सलमान एक बार फिर साथ में नज़र आएंगे। इससे पहले 'किक' में भी इन दोनों कलाकारों ने साथ काम किया था।
इस बीच नवाज़ की एक और नई फिल्म 'मांझी-द माउंनटेन मैन' के ट्रेलर की भी सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हो रही है। दशरथ मांझी के जीवन पर आधारित इस फिल्म का निर्देशन केतन मेहता ने किया है।
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