फिल्म 'लिपस्टिक अंडर माई बुर्का' शुक्रवार को रिलीज हो रही है.
नई दिल्ली:
विदेशी फिल्म फेस्टिवलों में धूम मचा चुकी और भारत में रिलीज होने के लिए सेंसर बोर्ड से लेकर अदालत तक का दरवाजा खटखटा चुकी फिल्म 'लिपस्टिक अंडर माई बुर्का' आखिरकार शुक्रवार को रिलीज हो रही है. लेकिन रिलीज से पहले ही यह फिल्म बॉलीवुड सितारों से तारीफें लूट रही है. श्रद्धा कपूर, काल्की कोचलिन, टिस्का चोपड़ा जैसे कई सितारों ने इस फिल्म की पहले ही तारीफ करनी शुरू कर दी है और इसे एक 'फनी और जरूरी' फिल्म कहा है. अलंकृता श्रीवास्तव द्वारा निर्देशित इस फिल्म को लेकर सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष पहलाज निहलानी पहले ही 'अति महिलावादी' करार दे चुके हैं, लेकिन कई सितारों को यह फिल्म काफी पसंद आ रही है. श्रद्धा कपूर ने इस फिल्म को देख ट्वीट किया है, ' ऐसी शानदार फिल्म को देखकर बहुत-बहुत खुश हूं. निर्भय, प्रासंगिक, आंखे खोलने वाली आजाद फिल्म.'
वहीं काल्की कोचलिन ने इस फिल्म की तारीफ में लिखा है, 'लिपस्टिक अंडर माई .... जाए और देखें. जानदार अभिनय, फनी, डार्क और सच.'
इस फिल्म के रिलीज को लेकर भारत में काफी विवाद हो चुका है. जहां भारत में सेंसर बोर्ड की हरी झंडी तक इसे नहीं मिल पा रही थी, वहीं इस फिल्म को दुनिया के बेहद प्रतिष्ठित पुरस्कारों के लिए चुना गया है. फिल्ममेकर प्रकाश झा की फिल्म 'लिपस्टिक अंडर माय बुर्का' को हॉलीवुड फॉरिन प्रेस असोसिएशन द्वारा चुना जा चुका है और अब इस फिल्म को गोल्डन ग्लोब्स अवॉर्ड्स के लिए भेजा जा सकता है. बता दें कि गोल्डन ग्लोब्स, अमेरिका के सम्मानित टीवी और फिल्म अवॉर्ड हैं जिसे हॉलीवुड फॉरिन प्रेस असोसिएशन द्वारा आयोजित किया जाता है.
यह भी पढ़े: भारत में सेंसर बोर्ड ने किया बैन, अब अमेरिका के गोल्डन ग्लोब्स अवॉर्ड के लिए चुनी गई है 'लिपस्टिक अंडर माई बुर्का'
भारतीय फिल्म सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म पर 'असंस्कारी' होने का ठप्पा लगा दिया था. बोर्ड ने कोंकणा सेन शर्मा, रत्ना पाठक अभिनीत इस अवॉर्ड विनिंग फिल्म को प्रमाणपत्र देने से इनकार कर दिया था जिसके चलते इस फिल्म को भारत में नहीं देखा जा सका है. इसकी वजह बताते हुए सेंसर बोर्ड ने लिखा था कि यह कुछ ज्यादा ही 'महिला केंद्रित' है. फिल्म प्रमाणन अपीलीय न्यायाधिकरण (एफसीएटी) ने सेंसर बोर्ड को निर्देश दिया है कि फिल्म 'लिपस्टिक अंडर माई बुर्का' को 'ए' प्रमाणपत्र दिया जाए जिसे पहले प्रमाणपत्र देने से सेंसर बोर्ड ने मना कर दिया था.
यह भी पढ़े: समाज की मानसिकता को दिखाता है सेंसर बोर्ड: एकता कपूर
कोंकणा सेन शर्मा, रत्ना पाठक शाह, अहाना कुमरा और प्लाबिता बोरठाकुर जैसे कलाकारों से सजी फिल्म ने टोक्यो अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में ‘स्पिरिट ऑफ एशिया अवार्ड’ और मुंबई फिल्म महोत्सव में लैंगिक समानता पर बनी सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए ‘ऑक्सफेम अवार्ड’ जीता है. साथ ही इस फिल्म को हाल ही में हॉलीवुड फॉरिन प्रेस असोसिएशन द्वारा चुना गया है. फिल्म को लॉस एंजलिस में हुए भारतीय फिल्मोत्सव (आईएफएफएलए) में प्रदर्शित किया गया था.
देखें वीडियो : 'लिपस्टिक अंडर माई बुर्का' के कलाकारों से विशेष बातचीत.
...और भी हैं बॉलीवुड से जुड़ी ढेरों ख़बरें...
#LipstickUnderMyBurkha. So so so happy to see such an amazing film. Fearless, relevant, eye opening, liberating. Girl power all the way
— Shraddha (@ShraddhaKapoor) July 19, 2017
वहीं काल्की कोचलिन ने इस फिल्म की तारीफ में लिखा है, 'लिपस्टिक अंडर माई .... जाए और देखें. जानदार अभिनय, फनी, डार्क और सच.'
Lipstick under my *****
— Kalki Koechlin (@kalkikanmani) July 18, 2017
Go watch it! Beautiful performances, funny, dark and all too true.@LipstickMovie #releasing21stJuly
What a funny happy mad necessary film! Congrats @alankrita601 @ektaravikapoor @konkona @shru2kill @aahanakumra... https://t.co/7gFfuv0eLT
— Tisca Chopra (@tiscatime) July 19, 2017
इस फिल्म के रिलीज को लेकर भारत में काफी विवाद हो चुका है. जहां भारत में सेंसर बोर्ड की हरी झंडी तक इसे नहीं मिल पा रही थी, वहीं इस फिल्म को दुनिया के बेहद प्रतिष्ठित पुरस्कारों के लिए चुना गया है. फिल्ममेकर प्रकाश झा की फिल्म 'लिपस्टिक अंडर माय बुर्का' को हॉलीवुड फॉरिन प्रेस असोसिएशन द्वारा चुना जा चुका है और अब इस फिल्म को गोल्डन ग्लोब्स अवॉर्ड्स के लिए भेजा जा सकता है. बता दें कि गोल्डन ग्लोब्स, अमेरिका के सम्मानित टीवी और फिल्म अवॉर्ड हैं जिसे हॉलीवुड फॉरिन प्रेस असोसिएशन द्वारा आयोजित किया जाता है.
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भारतीय फिल्म सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म पर 'असंस्कारी' होने का ठप्पा लगा दिया था. बोर्ड ने कोंकणा सेन शर्मा, रत्ना पाठक अभिनीत इस अवॉर्ड विनिंग फिल्म को प्रमाणपत्र देने से इनकार कर दिया था जिसके चलते इस फिल्म को भारत में नहीं देखा जा सका है. इसकी वजह बताते हुए सेंसर बोर्ड ने लिखा था कि यह कुछ ज्यादा ही 'महिला केंद्रित' है. फिल्म प्रमाणन अपीलीय न्यायाधिकरण (एफसीएटी) ने सेंसर बोर्ड को निर्देश दिया है कि फिल्म 'लिपस्टिक अंडर माई बुर्का' को 'ए' प्रमाणपत्र दिया जाए जिसे पहले प्रमाणपत्र देने से सेंसर बोर्ड ने मना कर दिया था.
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कोंकणा सेन शर्मा, रत्ना पाठक शाह, अहाना कुमरा और प्लाबिता बोरठाकुर जैसे कलाकारों से सजी फिल्म ने टोक्यो अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में ‘स्पिरिट ऑफ एशिया अवार्ड’ और मुंबई फिल्म महोत्सव में लैंगिक समानता पर बनी सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए ‘ऑक्सफेम अवार्ड’ जीता है. साथ ही इस फिल्म को हाल ही में हॉलीवुड फॉरिन प्रेस असोसिएशन द्वारा चुना गया है. फिल्म को लॉस एंजलिस में हुए भारतीय फिल्मोत्सव (आईएफएफएलए) में प्रदर्शित किया गया था.
देखें वीडियो : 'लिपस्टिक अंडर माई बुर्का' के कलाकारों से विशेष बातचीत.
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