अमोल पालेकर (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
मराठी और हिन्दी सिनेमा में अभिनेता और निर्देशक अमोल पालेकर को 28 फरवरी, 2016 को लॉस एंजेलिस में होने वाले अकादमी अवार्ड के लिए भारतीय एंट्री का चयन करने वाली टीम का अध्यक्ष बनाया गया है।
फिल्म फेडेरेशन ऑफ इंडिया के जनरल सेक्रेटरी सुपर्ण सेन ने NDTV कहा कि अमोल पालेकर के नाम पर अकादमी की सहमति है। 70 साल के पालेकर का हिन्दी और मराठी सिनेमा में बेमिसाल योगदान रहा है। 1970 में आई हिन्दी फिल्में 'रजनीगंधा', 'छोटी-सी बात', 'चितचोर' , 'गोलमाल', 'घरौंदा' जैसी फिल्मों से उनका नाम बना।
पालेकर करीब 20 फिल्मों का निर्देशन कर चुके हैं। 2009 में पालेकर की शाहरुख-रानी स्टारर हिन्दी फिल्म 'पहेली' को ऑस्कर के लिए बेस्ट फॉरेन लैंगुएज फिल्म क्षेणी में भारतीय एंट्री घोषित किया गया था, लेकिन फिल्म यह अवार्ड नहीं जीत पाई।
बहरहाल अब 2016 में होने वाले अकादमी अवार्ड के लिए 17 सदस्यों वाली जूरी तय करेगी की कौन-सी भारतीय फिल्म 88वें ऑस्कर समारोह में भारत की तरफ से बेस्ट फॉरेन लैंगुएज फिल्म और अलग-अलग श्रेणियों में सर्वश्रेष्ठ अवार्ड के लिए दावेदार होगी। ऑस्कर एंट्री के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 1 अक्तूबर है।
फिल्म फेडेरेशन ऑफ इंडिया के जनरल सेक्रेटरी सुपर्ण सेन ने NDTV कहा कि अमोल पालेकर के नाम पर अकादमी की सहमति है। 70 साल के पालेकर का हिन्दी और मराठी सिनेमा में बेमिसाल योगदान रहा है। 1970 में आई हिन्दी फिल्में 'रजनीगंधा', 'छोटी-सी बात', 'चितचोर' , 'गोलमाल', 'घरौंदा' जैसी फिल्मों से उनका नाम बना।
पालेकर करीब 20 फिल्मों का निर्देशन कर चुके हैं। 2009 में पालेकर की शाहरुख-रानी स्टारर हिन्दी फिल्म 'पहेली' को ऑस्कर के लिए बेस्ट फॉरेन लैंगुएज फिल्म क्षेणी में भारतीय एंट्री घोषित किया गया था, लेकिन फिल्म यह अवार्ड नहीं जीत पाई।
बहरहाल अब 2016 में होने वाले अकादमी अवार्ड के लिए 17 सदस्यों वाली जूरी तय करेगी की कौन-सी भारतीय फिल्म 88वें ऑस्कर समारोह में भारत की तरफ से बेस्ट फॉरेन लैंगुएज फिल्म और अलग-अलग श्रेणियों में सर्वश्रेष्ठ अवार्ड के लिए दावेदार होगी। ऑस्कर एंट्री के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 1 अक्तूबर है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं