मुंबई:
फिल्म अभिनेता आमिर खान जल्द ही ‘सत्यमेव जयते’ शो के साथ छोटे पर्दे पर पदार्पण करने जा रहे हैं। इसके बारे में उन्होंने कहा कि शुरुआत में वह इस परियोजना में काम करने को लेकर डरे हुए थे। उन्होंने कहा, ‘शुरुआत में, मैं इस शो को करने को लेकर डरा हुआ था क्योंकि हम अलग राह पर चल रहे थे। मैं चिंतित था। यह एक मायने में कठिन था लेकिन हम जानते थे कि हम अलग कर रहे हैं लेकिन यह सीधे हमारे दिल से आता है।’
47 वर्षीय अभिनेता इस विषय पर दो साल से अधिक समय से काम कर रहे हैं जब स्टार इंडिया के सीईओ उदय शंकर ने उन्हें सुझाव दिया था कि वह टीवी में काम करें। उन्होंने कहा, ‘मैं दो साल से अधिक समय से शो पर काम कर रहा हूं। इसने मुझे थका दिया है। मेरी फिल्में और अन्य निजी चीजें स्थगित हो रही हैं। मैं यही कह सकता हूं कि हमने कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है। हम लोगों से जुड़ना चाहते हैं। यह एक तरह से ‘भारत जोड़ो अभियान’ की तरह है।’
अपने शो के पहले प्रमोशनल गीत का अनावरण करने के बाद आमिर ने कहा, ‘इस शो के जरिए हम लोगों की समस्या को समझते हैं। हम यहां बदलाव करने के लिए नहीं हैं। किसी भी चीज में बदलाव करने के लिए मैं कुछ भी नहीं हूं। मैं नहीं मानता कि मैं इस स्थिति में भी हूं। मेरा मानना है कि समस्या को समझना और इसे महसूस करना या किसी का हाथ थामना या गले लगाना भी महत्वपूर्ण है। हो सकता है मेरे पास समाधान न हो लेकिन मैं कम से कम उसे सुन और समझ सकता हूं।’
आमिर ने यह भी कहा कि मनोरंजन का मतलब यह जरूरी नहीं है कि लोगों को हंसाया जाए।
47 वर्षीय अभिनेता इस विषय पर दो साल से अधिक समय से काम कर रहे हैं जब स्टार इंडिया के सीईओ उदय शंकर ने उन्हें सुझाव दिया था कि वह टीवी में काम करें। उन्होंने कहा, ‘मैं दो साल से अधिक समय से शो पर काम कर रहा हूं। इसने मुझे थका दिया है। मेरी फिल्में और अन्य निजी चीजें स्थगित हो रही हैं। मैं यही कह सकता हूं कि हमने कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है। हम लोगों से जुड़ना चाहते हैं। यह एक तरह से ‘भारत जोड़ो अभियान’ की तरह है।’
अपने शो के पहले प्रमोशनल गीत का अनावरण करने के बाद आमिर ने कहा, ‘इस शो के जरिए हम लोगों की समस्या को समझते हैं। हम यहां बदलाव करने के लिए नहीं हैं। किसी भी चीज में बदलाव करने के लिए मैं कुछ भी नहीं हूं। मैं नहीं मानता कि मैं इस स्थिति में भी हूं। मेरा मानना है कि समस्या को समझना और इसे महसूस करना या किसी का हाथ थामना या गले लगाना भी महत्वपूर्ण है। हो सकता है मेरे पास समाधान न हो लेकिन मैं कम से कम उसे सुन और समझ सकता हूं।’
आमिर ने यह भी कहा कि मनोरंजन का मतलब यह जरूरी नहीं है कि लोगों को हंसाया जाए।
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