क्या है 'ब्रेक्ज़िट', और क्यों करवाया जा रहा है ब्रिटेन में जनमत संग्रह : 10 खास बातें...

क्या है 'ब्रेक्ज़िट', और क्यों करवाया जा रहा है ब्रिटेन में जनमत संग्रह : 10 खास बातें...

ब्रिटेन इन दिनों एक दिलचस्प कशमकश से गुज़र रहा है, जिसका नाम 'ब्रेक्ज़िट' (Brexit) है, और इसे लेकर ब्रिटेन के लोग दो खेमों में बंट गए हैं...

मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :

  1. 23 जून को ब्रिटेन की जनता को जनमत संग्रह के ज़रिये यह फैसला करना है कि वे 28 देशों के समूह यूरोपियन यूनियन (ईयू) में बने रहना चाहते हैं या नहीं...

  2. 'ब्रेक्ज़िट' शब्द भी दो शब्दों 'ब्रिटेन' और 'एक्ज़िट' से मिलकर बनाया गया है, और इसे लेकर ब्रिटेन में भी दो गुट बन गए हैं, जिनमें से एक का मत 'रीमेन' (Remain या ईयू में बने रहें) है, और दूसरे का मत है 'लीव' (Leave या ईयू को छोड़ दें)...

  3. यूरोपियन यूनियन से नाता तोड़ लेने के पक्षधर लोगों की दलील है कि ब्रिटेन की पहचान, आज़ादी और संस्कृति को बनाए और बचाए रखने के लिए ऐसा करना ज़रूरी हो गया है... ये लोग ब्रिटेन में भारी संख्या में आने वाले प्रवासियों पर भी सवाल उठा रहे हैं... उनका यह भी कहना है कि यूरोपियन यूनियन ब्रिटेन के करदाताओं के अरबों पाउंड सोख लेता है, और ब्रिटेन पर अपने 'अलोकतांत्रिक' कानून थोपता है...

  4. 'रीमेन' खेमे के लोगों की दलील है कि यूरोपियन यूनियन में बने रहना ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था के लिए ज़्यादा अच्छा रहेगा, और इस फायदे के सामने प्रवासियों का मुद्दा बेहद छोटा है... अधिकतर अर्थशास्त्री इस दलील से सहमत हैं...

  5. दरअसल, यूरोप ही ब्रिटेन का सबसे अहम बाज़ार है, और विदेशी निवेश का सबसे बड़ा स्रोत भी... इन्हीं बातों ने लंदन को दुनिया का एक बड़ा वित्तीय केंद्र भी बनाया है... ब्रिटेन का यूरोपियन यूनियन से बाहर निकलना उसके इस स्टेटस को खतरे में डाल सकता है...

  6. वैसे भी, सिर्फ जनमत संग्रह की बात से ही ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था पर काफी उल्टा असर पड़ चुका है, और ब्रिटेन की मुद्रा पाउंड स्टर्लिंग इस समय बीते सात साल के अपने सबसे निचले स्तर पर है...

  7. जनमत संग्रह को लेकर ब्रिटेन की प्रमुख पार्टियों में भी दरारें पड़ गई हैं... सत्तासीन कंज़रवेटिव पार्टी के नेता और प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ईयू में बने रहने के पक्ष में हैं, जबकि उन्हीं की पार्टी से जुड़े लंदन के मेयर बोरिस जॉनसन ईयू से बाहर निकल जाने के पक्षधर हैं... देश में जारी इसी बहस के दौरान 16 जून को विपक्षी लेबर पार्टी की 41-वर्षीय महिला सांसद जो कॉक्स की उत्तरी इंग्लैंड स्थित उन्हीं के संसदीय क्षेत्र में गोली मारकर और चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गई थी। कॉक्स ब्रिटेन के यूरोपीय संघ में बने रहने का समर्थन कर रही थीं।

  8. यूरोपियन यूनियन 28 देशों का महासंघ है, जिसकी संसद में यूरोप के सभी देश अपने चुने हुए सदस्यों को भेजते हैं... इसकी कार्यपालिका यूरोपियन कमीशन का एक प्रेज़िडेंट होता है, और एक कैबिनेट भी, जिसमें सदस्य देशों के प्रतिनिधि होते हैं...

  9. ब्रिटेन वर्ष 1973 से यूरोपियन यूनियन का हिस्सा है, लेकिन इसके बावजूद वह शेष यूरोप से हमेशा आशंकित ही रहा है... जहां बाकी यूरोपीय देशों ने शेनजेन एग्रीमेंट के बाद अपनी सीमाओं से आना-जाना काफी आसान कर दिया, वहीं ब्रिटेन इसके लिए तैयार नहीं हुआ...

  10. इसके अलावा बाकी यूरोपीय देशों ने एक ही मुद्रा 'यूरो' को अपना लिया, जबकि ब्रिटेन इससे भी बाहर रहा... वह यूरो के लिए अपनी मुद्रा पाउंड स्टर्लिंग को छोड़ने के लिए कभी राज़ी नहीं हुआ...