भारतीय वायुसेना के सुखोई और मिराज विमान दुर्घटनाग्रस्त, एक पायलट की मौत; 10 बातें

सुखोई-30 एमकेआई विमान के दो पायलट सुरक्षित बाहर निकल गए, जबकि मिराज-2000 के पायलट की मौत हो गई.

नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना (Air Force) के दो लड़ाकू विमान (एक सुखोई एमकेआई और एक मिराज-2000) शनिवार को एक नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में दुर्घटनाग्रस्त हो गए, जिसमें एक पायलट की मौत हो गई, जबकि दो अन्य पायलट घायल हो गए.जानकारी के अनुसार सुखोई-30 एमकेआई विमान के दो पायलट सुरक्षित बाहर निकल गए, जबकि मिराज-2000 के पायलट की मौत हो गई.

मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :

  1. मुरैना के जिलाधिकारी अंकित अस्थाना ने बताया कि दोनों विमानों का मलबा जिले के पहाड़गढ़ इलाके में गिरा. उन्होंने कहा कि मलबे का कुछ हिस्सा राजस्थान के भरतपुर क्षेत्र में भी गिरा, जो मध्य प्रदेश की सीमा से लगा हुआ है.

  2. घटना के तुरंत बाद ऐसी खबरें सामने आयी थी कि 2 अलग-अलग दुर्घटनाओं में एक पायलट की मौत हुई है. लेकिन बाद में इस बात की पुष्टि की गयी कि एक ही हादसे में 2 विमान गिरे हैं.

  3. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को भारतीय वायुसेना के दो विमानों के दुर्घटनाग्रस्त होने पर वायुसेना प्रमुख द्वारा जानकारी दी गई. 

  4. IAF की तरफ से ट्वीट किया गया कि भारतीय वायुसेना के दो लड़ाकू विमान आज सुबह ग्वालियर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गए. विमान नियमित परिचालन उड़ान प्रशिक्षण मिशन पर थे. इसमें शामिल तीन पायलटों में से एक को घातक चोटें आईं. हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दे दिए गए हैं.

  5. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया, "मुरैना के कोलारस के पास वायुसेना के सुखोई-30 और मिराज-2000 विमानों के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर अत्यंत दुखद है. मैंने स्थानीय प्रशासन को त्वरित बचाव एवं राहत कार्य में वायुसेना के सहयोग के निर्देश दिए हैं. विमानों के पायलट के सुरक्षित होने की ईश्वर से कामना करता हूं." 

  6.  रक्षामंत्री ने भारतीय वायुसेना के पायलटों की कुशलता के बारे में जानकारी ली और घटनाक्रम की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं. उन्होंने कलेक्टर से बात की. 

  7.  दोनों लड़ाकू विमानों ने ग्वालियर हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी, जो भारतीय वायुसेना का एक अड्डा है.

  8. अधिकारियों ने बताया कि सुखोई-30 एमकेआई विमान के दो पायलट सुरक्षित बाहर निकल गए, जबकि मिराज-2000 के पायलट की मौत हो गई.

  9. राजस्थान के भरतपुर में पुलिस ने कहा था कि विमान का मलबा गिरने वाली जगह पर सबसे पहले स्थानीय लोग पहुंचे.

  10. रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी ने वायुसेना के दो विमानों के दुर्घटनाग्रस्त होने की जानकारी रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को दी. सूत्रों ने कहा कि राजनाथ घटनाक्रम पर करीब से नजर रख रहे हैं.