राष्‍ट्रीय संप्रभुता से कोई समझौता नहीं, सभी पक्षों से की जाए बातचीत : कश्‍मीर पर सर्वदलीय प्रस्‍ताव

राष्‍ट्रीय संप्रभुता से कोई समझौता नहीं, सभी पक्षों से की जाए बातचीत : कश्‍मीर पर सर्वदलीय प्रस्‍ताव

नई दिल्‍ली: कश्‍मीर समस्‍या के समाधान के लिए एक सर्वदलीय प्रस्‍ताव में शांति और बातचीत की अपील की गई है. हालांकि इसमें यह भी कहा गया है कि राष्‍ट्रीय संप्रभुता के साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता.

प्रस्‍ताव से जुड़ी 10 खास बातों पर एक नजर :

  1. जम्‍मू-कश्‍मीर की यात्रा पर जो 20 दलों का प्रतिनिधिमंडल गया था, उसके सांसदों की दिल्‍ली में आज तीन घंटे की बैठक के बाद सर्वसम्‍‍मति से पारित प्रस्‍ताव को जारी किया गया. उल्‍लेखनीय है कि कश्‍मीर में पिछले दो महीने से जारी हिंसक प्रदर्शनों में 70 से भी अधिक मारे गए हैं और तकरीबन 10 हजार घायल हुए हैं.

  2. इस प्रस्‍ताव में केंद्र और राज्‍य सरकार से सभी पक्षों से बातचीत करने का आग्रह किया गया है. साथ ही नागरिकों और सुरक्षा बलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की भी गुजारिश की गई है.

  3. प्रस्‍ताव में पृथकतावादियों का कोई जिक्र नहीं है. इन अलगाववादियों ने पिछले दिनों सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल से बातचीत के आमंत्रण को खारिज कर दिया था. इससे इतर जिन सांसदों ने उनसे निजी तौर पर मिलने की कोशिश की थी, उनसे भी उन्‍होंने मुलाकात नहीं की थी.

  4. सूत्रों के मुताबिक आज की बैठक में किसी भी विपक्षी राष्‍ट्रीय पार्टी ने कश्‍मीर में असंतोष से निपटने में जम्‍मू-कश्‍मीर की मुख्‍यमंत्री महबूबा मुफ्ती की सरकार पर नाकामी का आरोप नहीं लगाया. गौरतलब है कि आठ जुलाई को हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद घाटी में तनाव की स्थितियां उत्‍पन्‍न हुईं.

  5. सूत्रों के मुताबिक केवल कश्‍मीर के विपक्षी दलों और समूहों ने अपने मेमोरेंडम में राज्‍य सरकार पर हमला बोला. इस तरह के सैकड़ों मेमोरेंडम और भिन्‍न मत को एक साथ संक्षिप्‍त मसौदे के रूप में सांसदों के समक्ष सरकार ने पेश किया.

  6. इस मसौदे को पेश करने के साथ ही यह ताकीद (केविएट) भी की गई कि यह केंद्र या गृह मंत्रालय का विचार नहीं है.

  7. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि मीटिंग में पार्टियों ने घाटी में स्‍कूल दोबारा और संस्‍थाएं खोले जाने की अपील की. उन्‍होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकार सभी के साथ बातचीत के लिए तैयार है.

  8. वरिष्‍ठ कांग्रेसी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि उनकी पार्टी इस बात पर जोर दिया है कि राज्‍य में 'शांति की बहाली की जानी चाहिए' और केंद्र को राज्‍य के दलों से सलाह-मशविरा करना चाहिए.

  9. वामपंथी नेता सीताराम येचुरी ने विश्‍वास बहाली के उपाय करने पर जोर दिया और कहा कि उनकी पार्टी का मानना है कि पैलेट गन का विकल्‍प तलाशा जाना चाहिए. इन गन के चलते अनेक लोग घायल हुए.

  10. राजनाथ सिंह ने सांसदों के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की यात्रा पर कल पूरे मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जानकारी दी थी ओर बुधवार शाम राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात करने वाले हैं.