चारधाम यात्रा के लिए झटका
शनिवार को एक हेलीकॉप्टर हादसे के मद्देनजर नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने सहस्रधारा, हर्षिल, बद्रीनाथ और खर्साली हेलीपैडों तक हेलीकॉप्टरों के जाने पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है. इन चारों हेलीपैडों तक हेलीकॉप्टर सेवाओं पर रोक को चारधाम यात्रा के लिए झटके के तौर पर देखा जा रहा है, क्योंकि ये जगहें तीर्थयात्रा मार्ग पर ही हैं.
उत्तराखंड के मुख्य सचिव को लिखे गए पत्र में डीजीसीए ने कहा कि इन हेलीपैडों तक सभी हेलीकॉप्टर सेवाएं 11 जून से अगले आदेश तक रोकी जाती है.
इस बीच, बद्रीनाथ में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में मारे गए इंजीनियर के बारे मे बताया जाता है कि उन्होंने जब हेलीकॉप्टर से कूदकर अपनी जान बचाने की कोशिश की, उस वक्त वह हेलीकॉप्टर के रोटर ब्लेडों की चपेट में आ गए.
चालक दल का हिस्सा रहे विक्रम लांबा असम के रहने वाले थे.
उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया, ‘‘उन्होंने कोई सीट बेल्ट नहीं पहन रखी थी और जब उन्होंने खुद को बचाने के लिए बाहर कूदने की कोशिश की तो रोटर ब्लेडों की चपेट में आ गए.’’
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उत्तराखंड के मुख्य सचिव को लिखे गए पत्र में डीजीसीए ने कहा कि इन हेलीपैडों तक सभी हेलीकॉप्टर सेवाएं 11 जून से अगले आदेश तक रोकी जाती है.
इस बीच, बद्रीनाथ में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में मारे गए इंजीनियर के बारे मे बताया जाता है कि उन्होंने जब हेलीकॉप्टर से कूदकर अपनी जान बचाने की कोशिश की, उस वक्त वह हेलीकॉप्टर के रोटर ब्लेडों की चपेट में आ गए.
चालक दल का हिस्सा रहे विक्रम लांबा असम के रहने वाले थे.
उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया, ‘‘उन्होंने कोई सीट बेल्ट नहीं पहन रखी थी और जब उन्होंने खुद को बचाने के लिए बाहर कूदने की कोशिश की तो रोटर ब्लेडों की चपेट में आ गए.’’
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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