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This Article is From Feb 20, 2020

कुछ ऐसा होगा भव्‍य राम मंदिर, 25 सालों से तराशे जा रहे पत्‍थरों का होगा इस्‍तेमाल

अयोध्या में जन्मभूमि पर श्रीराम लला का मंदिर गुजरात के वास्तुशिल्पी परिवार के वास्तुशिल्प विशेषज्ञ चंद्रकांत सोमपुरा के बनाए डिजाइन और मॉडल पर ही बनेगा.

कुछ ऐसा होगा भव्‍य राम मंदिर, 25 सालों से तराशे जा रहे पत्‍थरों का होगा इस्‍तेमाल
राम मंदिर का प्रारूप पहले से भी भव्‍य होगा
नई दिल्ली:

राम मंदिर ट्रस्ट (Ram Mandir Trust) के नए अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल (Nritya Gopal Das) दास ने कहा कि राम मंदिर का मॉडल वही रहेगा, लेकिन उसे और ऊंचा और चौड़ा करने के लिए प्रारूप में थोड़ा बदलाव किया जाएगा. प्रस्तावित मॉडल के अनुसार, 2.75 लाख घन मीटर भू-भाग पर बनने वाला राम मंदिर दो मंजिल का होगा. इसकी लंबाई 270 मीटर, चौड़ाई 140 फीट और ऊंचाई 128 फीट होगी. 330 बीम और दोनों मंजिल पर 106-106, यानी कुल 212 खंभों वाले मंदिर में पांच दरवाजे होंगे. इसका निर्माण पांच हिस्सों- गर्भगृह, कौली, रंग मंडप, नृत्य मंडप और सिंह द्वार में किया जाना है. मंदिर के मुख्य द्वार का निर्माण मकराना के सफेद संगमरमर से होगा. गर्भगृह के ठीक ऊपर 16.3 फीट के प्रकोष्ठ का निर्माण होगा, जिस पर 65.3 फीट ऊंचे शिखर का निर्माण होगा.

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राम मंदिर निर्माण के लिए बीते 25 वर्षों से तराशे जा रहे पत्थरों की शिल्पकारी का उपयोग किया जाएगा. साथ ही श्रीराम शिलाएं भी मंदिर में इस्तेमाल की जाएंगी. इन पत्थरों में अद्भुत कलाकारी की गई है. देशभर से पूजित होकर आईं श्रीराम शिलाएं मंदिर की शोभा बढ़ाएंगी. पिछले 25 वर्षों से तराशे जा रहे पत्थरों की अद्भुत शिल्पकारी और देशभर से पूजित होकर आई श्रीराम शिलाएं भी मंदिर की साज-सज्जा बढ़ाएंगी.

अयोध्या में जन्मभूमि पर श्रीराम लला का मंदिर गुजरात के वास्तुशिल्पी परिवार के वास्तुशिल्प विशेषज्ञ चंद्रकांत सोमपुरा के बनाए डिजाइन और मॉडल पर ही बनेगा. अयोध्या की श्रीराम जन्मभूमि न्यास की कार्यशाला में 1989 से ही तराशे जा रहे शिल्पकला के अद्भुत नमूनों और पूरे देशभर से पूजित होकर यहां पहुंचीं श्रीराम शिलाओं का भी उपयोग मंदिर निर्माण में होगा.

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इससे पहले अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए बने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की पहली बैठक बुधवार को हुई. बैठक में कई अहम फैसले लिए गए. महंत नृत्य गोपाल दास को राम मंदिर ट्रस्ट का अध्यक्ष बनाया गया, जबकि विश्व हिन्दू परिषद के उपाध्यक्ष चंपत राय को महासचिव बनाया गया. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्व प्रिंसिपल सेक्रेटरी नृपेंद्र मिश्रा निर्माण समिति के अध्यक्ष होंगे. इसके साथ गोविंद गिरी को मंदिर ट्रस्ट का कोषाध्यक्ष बनाया गया है. रामलला के वकील रहे केशवन अय्यंगर परासरण के दिल्ली के ग्रेटर कैलाश स्थित घर में ये बैठक हुई. बैठक में तमाम मुद्दों पर चर्चा की गई. शिलान्यास के मुहुर्त, रामलला की स्थापना से लेकर निर्माण ख़त्म होने की समय सीमा निर्धारित करने जैसे तमाम मुद्दों पर बैठक के दौरान बातचीत हुई.

राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष बनाए जाने के बाद महंत नृत्य गोपाल दास ने न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए कहा कि लोगों की भावना का आदर किया जाएगा और जल्द से जल्द मंदिर का निर्माण होगा.

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