आज रात 19 फरवरी, 2019 को चांद पृथ्वी के काफी करीब दिखाई देगा. यह चांद रोज़ाना दिखने वाले चांद से आकार में 14 प्रतिशत बड़ा और 30 प्रतिशत ज्यादा चमकीला होगा. नासा (NASA) के मुताबिक अगर आपने इस सुपरमून (Supermoon of February 19, 2019) के दीदार नहीं किए तो अगला मौका 7 साल बाद मिलेगा. आज जैसा सुपरमून (Supermoon) अगली बार साल 2026 में दिखाई देगा. आप इस चांद को रात 9:23 पर देख सकेंगे. इससे पहले 21 जनवरी को सुपरमून (Supermoon) हुआ था, जिसका दीदार भारत में नहीं हुआ था. आज के बाद 21 मार्च को पूर्णिमा (Purnima) के दिन सुपरमून दिखेगा. वहीं, 19 फरवरी का ये सुपरमून (Super Moon Today) साल का सबसे नजदीकी सुपरमून है.
भारत में कब होगा दीदार?
इस सुपरमून को भारत में 19 फरवरी, 2019 (Super Moon February 2019) की रात 9 बजकर 23 मिनट पर देखा जा सकेगा. वहीं, दिल्ली में शाम 6:30 बजे, मुम्बई में 9:23 बजे और कोलकाता में सूर्य डूबने के करीब आधे घंटे बाद इसे देखा जा सकेगा. आज चांद का आकार बड़ा जरूर दिखेगा, लेकिन यह ब्लड रेड (Blood Moon) नहीं होगा. सुपर ब्लड मून (Super Blood Moon) का दीदार 2028 और 2037 में होगा.
सूपरमून के और भी नाम
इस बार सुपरमून को स्ट्रॉम मून (Storm Moon), हंगर मून (Hunger Moon 2019), बोन मून (Bone Moon) और स्नो मून (Snow Moon) के नाम से बुलाया जा रहा है. इस फरवरी महीने में भारी बर्फबारी होने की वजह से इस सुपरमून (Supermoon) को स्नो मून नाम के पुकारा जा रहा है.
क्या होता है सुपरमून?
जब चांद और धरती के बीच की दूरी सबसे कम हो जाती है और चंद्रमा की चमक बढ़ जाती है, उस परिस्थिति में चांद को सुपरमून (Supermoon) कहा जाता है. इस दौराना चांद रोज़ाना की तुलना में 14 फीसद ज्यादा बड़ा और 30 फीसद तक ज्यादा चमकीला दिखाई देता है.
VIDEO: 68 साल बाद दिखा सुपरमून
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