फाइल फोटो
नई दिल्ली:
शांति और सद्भाव के संदेश के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल को प्रसिद्ध अजमेर शरीफ की दरगाह पर चढ़ाने के लिए एक चादर केन्द्रीय संसदीय कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को सौंपी।
अजमेर शरीफ के लिए आज रवाना होंगे नकवी
नकवी ने बताया कि वह आज को चादर चढ़ाने अजमेर शरीफ जाएंगे। सूफी संत मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह अजमेर शरीफ, राजस्थान में है। नकवी ने कहा, "प्रधानमंत्री ने शांति और सद्भाव का एक संदेश दिया है। मैं यह संदेश वहीं पढ़ूंगा।"
मन्नत के लिए चढ़ाया जाता है चादर
यह चादर एक पारंपरिक औपचारिक कपड़ा है, जिसे कई मन्नतों के साथ सूफी धार्मिक स्थलों पर चढ़ाया जाता है। मोदी ने शुक्रवार को असम के कामाख्या मंदिर में नवरात्रि उत्सव के पहले दिन पूजा-अर्चना की थी।
ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती का 804वां सालाना उर्स
इस समय अजमेर शरीफ में महान सूफी हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती का 804वां सालाना उर्स चल रहा है। अजमेर उर्स मेला का मुख्य आयोजन 14 और 15 अप्रैल को होगा। ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती को भारत में चिश्ती सिलसिले का संस्थापक माना जाता है।
अजमेर शरीफ के लिए आज रवाना होंगे नकवी
नकवी ने बताया कि वह आज को चादर चढ़ाने अजमेर शरीफ जाएंगे। सूफी संत मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह अजमेर शरीफ, राजस्थान में है। नकवी ने कहा, "प्रधानमंत्री ने शांति और सद्भाव का एक संदेश दिया है। मैं यह संदेश वहीं पढ़ूंगा।"
मन्नत के लिए चढ़ाया जाता है चादर
यह चादर एक पारंपरिक औपचारिक कपड़ा है, जिसे कई मन्नतों के साथ सूफी धार्मिक स्थलों पर चढ़ाया जाता है। मोदी ने शुक्रवार को असम के कामाख्या मंदिर में नवरात्रि उत्सव के पहले दिन पूजा-अर्चना की थी।
ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती का 804वां सालाना उर्स
इस समय अजमेर शरीफ में महान सूफी हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती का 804वां सालाना उर्स चल रहा है। अजमेर उर्स मेला का मुख्य आयोजन 14 और 15 अप्रैल को होगा। ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती को भारत में चिश्ती सिलसिले का संस्थापक माना जाता है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
अजमेर शरीफ, मुख्तार अब्बास नकवी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उर्स, Ajmer Sharif Dargah, Mukhtar Abbas Naqvi, PM Narendra Modi