Narsimha Puja: भगवान नरसिंह को विष्णु भगवान का चौथा अवतार माना जाता है. पौराणिक कथाओं के अनुसार अपने भक्त प्रह्लाद को उसके पिता हिरण्यकश्यप से बचाने के लिए भगवान विष्णु (Lord Vishnu) नरसिंह के अवतार में अवतरित हुए थे. इसी के चलते प्रतिवर्ष होलिका दहन से पहले नरसिंह भगवान की पूजा करने को अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है. फाल्गुन मास में 17 मार्च के दिन होलिका दहन होना है और अगले दिन 18 मार्च को होली (Holi) खेली जाएगी. होलिका दहन (Holika Dahan) से पहले मान्यताओं के अनुसार नरसिंह भगवान की पूजा की जाएगी.
यह भी पढ़ें- होली की पूजा में ये 5 आरती गाना माना जाता है शुभ, कहते हैं मनोकामनाएं होती हैं पूर्ण
कहा जाता है कि यदि पूरे मनोभाव से भगवान नरसिंह (Narsimha) की पूजा की जाए तो भक्तों को सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है. पूजा करने के लिए नरसिंह भगवान की यह आरती गायी जाती है.
ॐ जय नरसिंह हरे, प्रभु जय नरसिंह हरे।
स्तम्भ फाड़ प्रभु प्रकटे, स्तम्भ फाड़ प्रभु प्रकटे, जन का ताप हरे।।
ॐ जय नरसिंह हरे, प्रभु जय नरसिंह हरे।।
तुम हो दीन दयाला, भक्तन हितकारी, प्रभु भक्तन हितकारी।
अद्भुत रूप बनाकर, अद्भुत रूप बनाकर, प्रकटे भय हारी।।
ॐ जय नरसिंह हरे, प्रभु जय नरसिंह हरे।।
सबके ह्रदय विदारण, दुस्यु जियो मारी, प्रभु दुस्यु जियो मारी।
दास जान अपनायो, दास जान अपनायो, जन पर कृपा करी।।
ॐ जय नरसिंह हरे, प्रभु जय नरसिंह हरे।।
ब्रह्मा करत आरती, माला पहिनावे, प्रभु माला पहिनावे।
शिवजी जय जय कहकर, पुष्पन बरसावे।।
ॐ जय नरसिंह हरे, प्रभु जय नरसिंह हरे।।
इसके साथ ही नरसिंह मंत्र (Narsimha Mantra) का जाप करना भी शुभ माना जाता है. यह है नरसिंह भगवान का महामंत्र-
उग्रं वीरं महा विष्णुम ज्वलन्तम सर्वतो मुखम
नृसिंहं भीषणम भद्रम मृत्युर्मृत्युम नाममि:अहम्
माना जाता है कि नरसिंह मंत्र का जाप करते हुए होलिका अग्नि की परिक्रमा करनी चाहिए और जैसे-जैसे होलिका का चक्कर लगाया जाता है वैसे-वैसे चारों ओर पानी का छिड़काव करते रहना चाहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं