हरियाली तीज पर सोलह श्रृंगार का विशेष महत्व है
नई दिल्ली:
हरियाली तीज (Haryali Teej) देश भर में विशेषकर उत्तर भारत में धूमधाम से मनाया जा रहा है. हिन्दू धर्म को मानने वाली सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए इस दिन निर्जला व्रत रखती हैं. यही नहीं कुंवारी लड़कियां भी मनचाहे वर की प्राप्ति के लिए यह व्रत रखती हैं. इस दिन माता पार्वती और भगवान शिव-शंकर की आराधना की जाती है. यह पर्व हर साल सावन महीने की शुक्ल पक्ष तृतीया को मनाया जाता है. मान्यता है कि माता पार्वती ने 108 सालों तक घोर तपस्या करने के बाद शिव को पति रूप में पाया था. पौराणिक कथाओं के अनुसार जो स्त्री हरियाली तीज का व्रत सच्चे मन से करती है उसे मन वांछित फल मिलता है. हालांकि हर व्रत की तरह हरतालिका तीज के लिए भी विधि-विधान हैं और कुछ चीजों को करने की मनाही है. यहां पर हम आपको हरतालिका तीज का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और वर्जनओं के बारे में बता रहे हैं:
जानिए हरियाली तीज का महत्व और व्रत कथा
हरतालिका तीज की तिथि और शुभ मुहूर्त (Hariyali Teej Date & Time)
हरियाली तीज की तिथि आरंभ: 13 अगस्त की सुबह 8 बजकर 38 मिनट.
हरियाली तीज की तिथि समाप्त: 14 अगस्त की सुबह 5 बजकर 46 मिनट
इन गानों से और भी यादगार बन जाएगा आपके तीज का व्रत
हरियाली तीज की पूजा विधि
- सुबह उठकर स्नान करने के बाद मन में व्रत का संकल्प लें.
- सबसे पहले घर के मंदिर में काली मिट्टी से भगवान शिव शंकर, माता पार्वती और गणेश की मूर्ति बनाएं.
- अब इन मूर्तियों को तिलक लगाएं और फल-फूल अर्पित करें.
- फिर माता पार्वती को एक-एक कर सुहाग की सामग्री अर्पित करें.
- इसके बाद भगवान शिव को बेल पत्र और पीला वस्त्र चढ़ाएं.
- तीज की कथा पढ़ने या सुनने के बाद आरती करें.
- अगले दिन सुबह माता पार्वती को सिंदूर अर्पित कर भोग चढ़ाएं.
- प्रसाद ग्रहण करने के बाद व्रत का पारण करें.
हरियाली तीज पर भेजिए ये 10 लेटेस्ट मैसेज
हरियाली तीज के दिन सुहागिन स्त्रियां न करें ये काम
मान्यता के अनुसार हरियाली तीज के दिन सुहागिन स्त्रियों को ये काम नहीं करने चाहिए:
1. वैसे तो पति-पत्नी के रिश्ते की बुनिया ईमानदारी और प्रेम पर टिकी होती है. लेकिन अगर आप हरियाली तीज का व्रत रख रही हैं तो इस दिन किसी भी कीमत पर पति से छल-कपट न करें.
2. इस दिन पति से न तो झूठ बोलें और न ही उनके साथ दुर्व्यवहार न करें.
3. दूसरे की निंदा न करें.
4.सुहागिन महिलाओं को निर्जला व्रत रखना चाहिए.
5. इस दिन सोलह श्रृंगार का विशेष महत्व है. सजते समय सोलह श्रृंगार करें और सामर्थ्य अनुसार गहने पहनें. इस दिन सुहागिन स्त्रियां आमतौर पर नए कपड़े पहनती हैं.
6. हरियाली तीज के दिन काले और सफेद रंग के वस्त्रों का प्रयोग न करें. इस दिन लाल और हरे रंग के कपड़ों को पहनना शुभ माना गया है.
जानिए हरियाली तीज का महत्व और व्रत कथा
हरतालिका तीज की तिथि और शुभ मुहूर्त (Hariyali Teej Date & Time)
हरियाली तीज की तिथि आरंभ: 13 अगस्त की सुबह 8 बजकर 38 मिनट.
हरियाली तीज की तिथि समाप्त: 14 अगस्त की सुबह 5 बजकर 46 मिनट
इन गानों से और भी यादगार बन जाएगा आपके तीज का व्रत
हरियाली तीज की पूजा विधि
- सुबह उठकर स्नान करने के बाद मन में व्रत का संकल्प लें.
- सबसे पहले घर के मंदिर में काली मिट्टी से भगवान शिव शंकर, माता पार्वती और गणेश की मूर्ति बनाएं.
- अब इन मूर्तियों को तिलक लगाएं और फल-फूल अर्पित करें.
- फिर माता पार्वती को एक-एक कर सुहाग की सामग्री अर्पित करें.
- इसके बाद भगवान शिव को बेल पत्र और पीला वस्त्र चढ़ाएं.
- तीज की कथा पढ़ने या सुनने के बाद आरती करें.
- अगले दिन सुबह माता पार्वती को सिंदूर अर्पित कर भोग चढ़ाएं.
- प्रसाद ग्रहण करने के बाद व्रत का पारण करें.
हरियाली तीज पर भेजिए ये 10 लेटेस्ट मैसेज
हरियाली तीज के दिन सुहागिन स्त्रियां न करें ये काम
मान्यता के अनुसार हरियाली तीज के दिन सुहागिन स्त्रियों को ये काम नहीं करने चाहिए:
1. वैसे तो पति-पत्नी के रिश्ते की बुनिया ईमानदारी और प्रेम पर टिकी होती है. लेकिन अगर आप हरियाली तीज का व्रत रख रही हैं तो इस दिन किसी भी कीमत पर पति से छल-कपट न करें.
2. इस दिन पति से न तो झूठ बोलें और न ही उनके साथ दुर्व्यवहार न करें.
3. दूसरे की निंदा न करें.
4.सुहागिन महिलाओं को निर्जला व्रत रखना चाहिए.
5. इस दिन सोलह श्रृंगार का विशेष महत्व है. सजते समय सोलह श्रृंगार करें और सामर्थ्य अनुसार गहने पहनें. इस दिन सुहागिन स्त्रियां आमतौर पर नए कपड़े पहनती हैं.
6. हरियाली तीज के दिन काले और सफेद रंग के वस्त्रों का प्रयोग न करें. इस दिन लाल और हरे रंग के कपड़ों को पहनना शुभ माना गया है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं