पटना:
बिहार की राजधानी पटना में इस वर्ष लोक आस्था के महापर्व छठ पर लोगों को कोई परेशानी नहीं हो, इसके लिए जिला प्रशासन ने एक खास मोबाइल एप तैयार किया है. इस मोबाइल एप का नाम 'छठ पूजा पटना' रखा गया है. इस एप के जरिए लोग सभी जानकारी ले सकेंगे. बिहार में पहली बार छठ के मौके पर ऐसी किसी तकनीक का सहारा लिया जा रहा है.
पटना के जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि पार्किंग से लेकर छठ घाट की दूरी, घाट पर की जाने वाली व्यवस्था और प्रशासन की पूरी तैयारी की जानकारी एप में मौजूद है. जिला प्रशासन की ओर से तैयार इस एप में प्रशासन की ओर से खतरनाक घोषित घाटों की जानकारी भी दी गई है.
घाटों पर प्रतिनियुक्त किए गए अधिकारियों और चिकित्सकों के बारे में भी लोग इस एप के जरिए जानकारी हासिल कर सकेंगे. उन अधिकारियों के मोबाइल नंबर भी इसमें हैं.
जिला प्रशासन का दावा है कि एप को अपने मोबाइल में डाउनलोड कर लेने के बाद श्रद्घालुओं को बहुत तरह की सुविधाएं मिल जाएंगी. इस एप में घाटों पर लोगों को क्या-क्या सावधानी बरतनी है, इसकी भी जानकारी दी गई है.
इधर, पटना प्रमंडल के आयुक्त आनंद किशोर का कहना है कि छठ पूजा में अभी दो-तीन दिन का समय है, इस दौरान जो भी बदलाव होगा उसे भी इस एप में अपलोड कर दिया जाएगा.
इस वर्ष चार दिवसीय महापर्व छठ की शुरुआत चार नवंबर को नहाय-खाय से होगी. पांच नवंबर को खरना तथा छह नवंबर को व्रतधारी अस्ताचलगामी सूर्य को और पर्व के अंतिम दिन सात नवंबर को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देंगे.
पटना के जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि पार्किंग से लेकर छठ घाट की दूरी, घाट पर की जाने वाली व्यवस्था और प्रशासन की पूरी तैयारी की जानकारी एप में मौजूद है. जिला प्रशासन की ओर से तैयार इस एप में प्रशासन की ओर से खतरनाक घोषित घाटों की जानकारी भी दी गई है.
घाटों पर प्रतिनियुक्त किए गए अधिकारियों और चिकित्सकों के बारे में भी लोग इस एप के जरिए जानकारी हासिल कर सकेंगे. उन अधिकारियों के मोबाइल नंबर भी इसमें हैं.
जिला प्रशासन का दावा है कि एप को अपने मोबाइल में डाउनलोड कर लेने के बाद श्रद्घालुओं को बहुत तरह की सुविधाएं मिल जाएंगी. इस एप में घाटों पर लोगों को क्या-क्या सावधानी बरतनी है, इसकी भी जानकारी दी गई है.
इधर, पटना प्रमंडल के आयुक्त आनंद किशोर का कहना है कि छठ पूजा में अभी दो-तीन दिन का समय है, इस दौरान जो भी बदलाव होगा उसे भी इस एप में अपलोड कर दिया जाएगा.
इस वर्ष चार दिवसीय महापर्व छठ की शुरुआत चार नवंबर को नहाय-खाय से होगी. पांच नवंबर को खरना तथा छह नवंबर को व्रतधारी अस्ताचलगामी सूर्य को और पर्व के अंतिम दिन सात नवंबर को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देंगे.
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