विज्ञापन

Bhog Niyam: भगवान को भोग चढ़ाने के बाद मंदिर में कितनी देर तक रखना चाहिए, जानें क्या कहता है नियम

अगर आप भी रोज घर या मंदिर में भगवान को नैवेद्य और भोग लगाते हैं तो इन खास बातों का आपको ध्यान रखने की जरूरत है.

Bhog Niyam: भगवान को भोग चढ़ाने के बाद मंदिर में कितनी देर तक रखना चाहिए, जानें क्या कहता है नियम
Bhagwan ko bhog kis bartan me lagaye : चलिए आज जानते हैं कि भगवान को भोग लगाने के नियम क्या हैं.

Bhog Niyam: सनातन धर्म में घर हो या मंदिर, दिन में दो बार भगवान को भोग जरूर लगाया जाता है. देवी देवताओं को भोग लगाने के कई नियम है जिनका पालन करना जरूरी कहा जाता है. लेकिन जानकारी के अभाव में कुछ लोग भगवान को भोग लगाने के बाद प्रसाद को वहीं छोड़ देते हैं. ऐसा करना शास्त्रों में गलत कहा गया है. आपको बता दें कि देवी देवताओं की पूजा के साथ साथ भोग और प्रसाद के भी कई नियम हैं जिनका पालन करने पर आपको प्रभु की कृपा जरूर मिलेगी. चलिए आज जानते हैं कि भगवान को भोग लगाने के नियम क्या हैं.

61 दिन बाद उदय होंगे शुक्र, जुलाई में बजेगी शहनाई, इसके बाद नवंबर दिसंबर में विवाह के 15 मुहूर्त

भगवान के भोग को ज्यादा देर तक मंदिर में ना रखें 
अगर आप मंदिर या अपने घर के पूजा स्थान में भगवान को भोग लगा रहे हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि भोग लगाने के बाद भोग को वहां ज्यादा देर तक नहीं रखना चाहिए. ऐसा करने पर भोग लगाने पर मिलने वाला फल खत्म हो जाता है और उसे अशुभ माना जाता है.कहा जाता है कि अगर आपने भोग लगाने के बाद उसे मंदिर में ज्यादा देर तक छोड़ दिया तो राक्षसी शक्तियां प्रवेश कर जाती हैं. इन शक्तियों के नाम विश्वक्सेन, चंदेश्वर , चंडान्शू और चांडाली कहा गया है. ऐसा भोग ना केवल पूजा का फल खंडित कर देता है बल्कि इसे ग्रहण करने वालों पर भी नकारात्मक शक्तियों का असर होता है.

Latest and Breaking News on NDTV



भोग लगाने के लिए कौन से बर्तन हैं शुभ 
शास्त्रों में कहा गया है कि ताजा भोग बनाकर भगवान को लगाना चाहिए और साथ ही जल जरूर रखना चाहिए. भोग लगाने के बाद पांच मिनट के भीतर ही इसे पूजाघर से उठाकर लोगों में बांट देना चाहिए. प्रसाद जितने ज्यादा लोगों में बांटा जाएगा, इसका उतना ही शुभ फल प्राप्त होगा.भगवान को लगाने वाले भोग की थाली और बर्तन  धातु जैसे सोने, चांदी, पीतल, तांबे या लकड़ी के होने चाहिए. आप चाहें तो मिट्टी के बर्तन में भी भगवान को भोग लगा सकते हैं और ये बहुत ही शुद्ध माना जाता है. अल्युमिनियम, स्टील, लोहा या प्लास्टिक के बर्तन में कभी भी भोग नहीं लगाना चाहिए.

Yoga Day 2024: योग गुरू से जानिए कमर का दर्द दूर करने के लिए योगासन

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Previous Article
Pitru Paksha 2024: पितृ पक्ष में पितरों को अर्पित किया जाता है जल, जानिए जल अर्पित करने की सही विधि
Bhog Niyam: भगवान को भोग चढ़ाने के बाद मंदिर में कितनी देर तक रखना चाहिए, जानें क्या कहता है नियम
कब है सावन के आखिरी सोमवार का व्रत, और क्यों आखिरी सोमवार का उद्यापन करना है जरूरी
Next Article
कब है सावन के आखिरी सोमवार का व्रत, और क्यों आखिरी सोमवार का उद्यापन करना है जरूरी
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com