कश्मीरी हिन्दुओं की माता खीर भवानी मंदिर में गहरी आस्था है
जम्मू:
जम्मू-कश्मीर के मंत्री जावेद मुस्तफा मीर ने जम्मू के नगरोटा से गांदरबल जिले के तुलमुल्ला स्थित माता खीर भवानी (Kheer Bhawani) वार्षिक तीर्थ यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
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अधिकारियों ने बताया कि खीर भवानी महोत्सव में इस साल पिछले सालों के मुकाबले ज्यादा तीर्थ यात्रियों के शामिल होने की संभावना है. यात्रा के लिए तीन हजार से ज्यादा लोग पहले ही रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं.
आपको बता दें कि हर साल 20 जून को कश्मीर के पांच मंदिरों में खीर भवानी मेले का आयोजन किया जाता है.
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श्री माता खीर भवानी मंदिर समिति के अध्यक्ष किरण वताल ने बताया कि वाहनों के काफिले को मीर ने हरी झंडी दिखाई. इस काफिले के साथ एक हजार से ज्यादा लोग मंदिर के लिए रवाना हुए.
गौरतलब है कि माता खीर भवानी एक प्रसिद्ध मंदिर है. खीर भवानी देवी की पूजा लगभग सभी हिन्दू करते हैं. खासतौर से कश्मीरी हिन्दुओं की माता पर गहरी आस्था. मान्यता है कि बसंत ऋतु में माता को खीर चढ़ाई जाती थी इसलिए इनका नाम 'खीर भवानी' पड़ गया. माता को महारज्ञा देवी भी कहा जाता है.
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ऐसी मान्यता है कि किसी प्राकृतिक आपदा के आने से पहले ही मंदिर के कुंड का पानी काला पड़ जाता है.
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गौरतलब है कि माता खीर भवानी एक प्रसिद्ध मंदिर है. खीर भवानी देवी की पूजा लगभग सभी हिन्दू करते हैं. खासतौर से कश्मीरी हिन्दुओं की माता पर गहरी आस्था. मान्यता है कि बसंत ऋतु में माता को खीर चढ़ाई जाती थी इसलिए इनका नाम 'खीर भवानी' पड़ गया. माता को महारज्ञा देवी भी कहा जाता है.
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