नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के शामिल होने का फैसला टल गया है। सूत्रों के मुताबिक, शरीफ भारत आना चाहते हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें कट्टरपंथियों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। यहीं वजह है कि वह अब तक इस संबंध में कोई फैसला नहीं कर पाए हैं। उम्मीद है कि वह कल तक इस पर फैसला कर सकते हैं।
इस बीच, शरीफ की बेटी मरियम ने ट्वीट किया है कि भारत की नई सरकार के साथ सौहार्दपूर्ण रिश्तों को सींचना चाहिए।
मरियम ने ट्वीट किया, 'व्यक्तिगत तौर पर मेरा मानना है कि भारत की नई सरकार के साथ सौहार्दपूर्ण रिश्तों को सींचना चाहिए। इससे मनोवैज्ञानिक बाधाएं, खौफ और संदेह खत्म करने में मदद मिलेगी।' पाकिस्तानी प्रधानमंत्री की बेटी ने एक और ट्वीट कर लिखा, 'अपने देश और लोगों की शांति एवं मेल-मिलाप की दिशा में अगुवाई करना नेताओं पर निर्भर है।' जानकार इसे शरीफ की भारत दौरे पर जाने की इच्छा के संकेत के तौर पर देख रहे हैं।
इससे पहले, 'डॉन' अखबार की वेबसाइट ने खबर दी कि पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने सुझाव दिया है कि शरीफ मोदी के 26 मई को होने वाले शपथ-ग्रहण समारोह में शामिल होने के भारत के आमंत्रण को स्वीकार करें।
विदेश कार्यालय में तैनात एक वरिष्ठ राजनयिक के हवाले से 'डॉन' ने कहा, 'इस मौके को जाने देना एक गलती होगी। हमें आज से आगे देखने की जरूरत है।' अधिकारी ने कहा, 'विदेश कार्यालय ने सिफारिश की है और फैसला पक्ष में ही आने की ज्यादा संभावना है।'
गौरतलब सार्क देशों के जिन अन्य नेताओं ने नरेंद्र मोदी के शपथ-ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए सहमति दे दी है, उनमें श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे, अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई, भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगाय, नेपाल के प्रधानमंत्री सुशील कोइराला और मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन अब्दुल गयूम शामिल हैं।
मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम भी प्रधानमंत्री के तौर पर मोदी के शपथ-ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। बांग्लादेश की ओर से स्पीकर शिरीन चौधरी भाग लेंगे, क्योंकि प्रधानमंत्री शेख हसीना जापान यात्रा पर होंगी। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि मोदी के शपथग्रहण समारोह में शरीफ के शामिल होने का फैसला शुक्रवार को लिया जा सकता है।
इससे पहले गुरुवार को विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता तसनीम असलम ने कहा था कि भारत से औपचारिक निमंत्रण मिला है, लेकिन समारोह में भाग लेने का फैसला प्रधानमंत्री आज (गुरुवार) बाद में लेंगे।
शरीफ को निमंत्रण पर पाकिस्तान में असमंजस की स्थिति को नई दिल्ली में जानकार वहां की सरकार और शक्तिशाली सेना के बीच गतिरोध के तौर पर देख रहे हैं। सेना संभवत: नहीं चाहती कि शरीफ भारत की यात्रा करें।
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