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This Article is From May 24, 2014

नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने आएंगे पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ

नरेंद्र मोदी की फाइल तस्वीर

नई दिल्ली / इस्लामाबाद:

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ 26 मई को नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए आएंगे। शरीफ 26 मई की सुबह दिल्ली आएंगे और उनके साथ एक छोटा प्रतिनिधिमंडल भी होगा। नवाज शरीफ के साथ उनके सलाहकार सरताज अजीज, विशेष सहायक तारिक फातमी और विदेश सचिव एजाज चौधरी भी भारत पहुंचेंगे।

शरीफ और मोदी के बीच 27 मई को द्विपक्षीय बातचीत भी होगी। नवाज शरीफ भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से भी मुलाकात करेंगे। वह 27 मई की दोपहर पाकिस्तान लौट आएंगे।

ऐसी खबरें थीं कि कट्टरपंथियों की ओर से इसको लेकर काफी दबाव है। प्रधानमंत्री कार्यालय के प्रवक्ता और पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने शरीफ के सोमवार को मोदी के शपथग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए दिल्ली जाने की पुष्टि की।

शपथग्रहण समारोह में शामिल होने को लेकर शरीफ के हामी भरने में देरी होने का कारण सेना में मौजूद कट्टपंथियों के दबाव को माना जा रहा था। 'डॉन' दैनिक ने अनाम सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट दी है कि शरीफ ने अपने करीबी सहयोगियों के साथ विचार-विमर्श के बाद भारतीय निमंत्रण को स्वीकार करने का फैसला किया।

सूत्रों के मुताबिक, शरीफ भारत आने का मन पहले ही बना चुके थे, लेकिन इसके लिए उन्हें कट्टरपंथियों के विरोध का सामना करना पड़ रहा था। यही वजह है कि इस संबंध में फैसला लेने में देरी हुई। इससे पूर्व, शरीफ की बेटी मरियम ने ट्वीट किया था कि भारत की नई सरकार के साथ सौहार्दपूर्ण रिश्तों को सींचना चाहिए।

मरियम ने ट्वीट किया, 'व्यक्तिगत तौर पर मेरा मानना है कि भारत की नई सरकार के साथ सौहार्दपूर्ण रिश्तों को सींचना चाहिए। इससे मनोवैज्ञानिक बाधाएं, खौफ और संदेह खत्म करने में मदद मिलेगी।' पाकिस्तानी प्रधानमंत्री की बेटी ने एक और ट्वीट कर लिखा, 'अपने देश और लोगों की शांति एवं मेल-मिलाप की दिशा में अगुवाई करना नेताओं पर निर्भर है।' जानकार इसे शरीफ की भारत दौरे पर जाने की इच्छा के संकेत के तौर पर देख रहे थे।

इससे पहले, 'डॉन' अखबार की वेबसाइट ने खबर दी थी कि पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने सुझाव दिया कि शरीफ मोदी के 26 मई को होने वाले शपथ-ग्रहण समारोह में शामिल होने के भारत के आमंत्रण को स्वीकार करें।

विदेश कार्यालय में तैनात एक वरिष्ठ राजनयिक के हवाले से 'डॉन' ने कहा, 'इस मौके को जाने देना एक गलती होगी। हमें आज से आगे देखने की जरूरत है।' अधिकारी ने कहा, 'विदेश कार्यालय ने सिफारिश की है और फैसला पक्ष में ही आने की ज्यादा संभावना है।'

गौरतलब सार्क देशों के जिन अन्य नेताओं ने नरेंद्र मोदी के शपथ-ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए सहमति दे दी है, उनमें श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे, अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई, भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगाय, नेपाल के प्रधानमंत्री सुशील कोइराला और मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन अब्दुल गयूम शामिल हैं।

मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम भी प्रधानमंत्री के तौर पर मोदी के शपथ-ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। बांग्लादेश की ओर से स्पीकर शिरीन चौधरी भाग लेंगे, क्योंकि प्रधानमंत्री शेख हसीना जापान यात्रा पर होंगी।

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