ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के बाद आज बीजेपी और नरेंद्र मोदी के लिए बेहद ख़ास दिन है। नरेंद्र मोदी आज देश के 15वें प्रधानमंत्रीके तौर पर शपथ लेंगे। नरेंद्र मोदी का शपथ ग्रहण समारोह आज शाम 6 बजे राष्ट्रपति भवन में होगा।
शपथ ग्रहण से पहले सोमवार की सुबह नरेंद्र मोदी राजघाट पहुंचे, जहां उन्होंने महात्मा गांधी की समाधि पर फूल अर्पित किए। सुबह साढ़े सात बजे जब मोदी राजघाट पहुंचे तब उनके साथ बीजेपी के कई बड़े नेता वहां मौजूद थे। राजघाट के बाद मोदी आशीर्वाद लेने के लिए अटल बिहारी वाजपेयी के घर पहुंचे और फिर मोदी गुजरात भवन लौट चुके हैं और वहां उनसे मिलने बीजेपी नेताओं के आने का सिलसिला शुरू हो चुका है।
मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत करने के लिए तकरीबन चार हजार मेहमान आ रहे हैं, जिसमें सार्क देशों के प्रमुख और कई नेता भी शामिल हैं। राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में आयोजित होने वाले इस समारोह में मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी और राहुल गांधी के अलावा कई दलों के नेता और राज्य में मुख्यमंत्री हिस्सा लेंगे। मोदी की मां हीराबेन के भी समारोह में शामिल होने की उम्मीद है।
मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के लिए राष्ट्रपति भवन में भी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। नरेंद्र मोदी के शपथ के साथ−साथ इस बात का भी इंतज़ार है कि उनकी टीम में कौन−कौन शामिल होंगे।
नरेंद्र मोदी के साथ 40 मंत्री शपथ लेंगे
बताया जा रहा है कि नरेंद्र मोदी के साथ 40 मंत्री शपथ लेंगे। सुमित्रा महाजन लोकसभा अध्यक्ष बन सकती हैं। राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, सुषमा स्वराज, वेंकैया नायडू, अनंत कुमार, डॉ हर्षवर्धन मंत्री बन सकते हैं।
उत्तर प्रदेश से कलराज मिश्र, मनोज सिन्हा, वीके सिंह, मेनका गांधी, योगी आदित्यनाथ, उमा भारती, संतोष गंगवार, वीरेंद्र सिंह मस्त, अनुप्रिया पटेल।
बिहार से राधामोहन सिंह, रविशंकर प्रसाद, उपेंद्र कुशवाहा, रामविलास पासवान। महाराष्ट्र से गोपीनाथ मुंडे।
मध्य प्रदेश से फग्गन सिंह कुलस्ते, नरेंद्र सिंह तोमर, थावरचंद गहलोत। तमिलनाडु से पी राधाकृष्णन और ओडिशा से जुएल उरांव और गुजरात से स्मृति ईरानी
मोदी का मॉडल
नरेंद्र मोदी ने मंत्रालय की रूपरेखा में कई बदलाव किए हैं। चार दिन से मंत्रालयों की रूपरेखा तय करने पर मंथन चल रहा था। मिनिमम गवर्नमेंट मैक्सिमम गवर्नेंस स्थापित करने पर जोर दिया जा रहा है। अलग−अलग विभागों के बीच ज्यादा समन्वय स्थापित करेगी मंत्रालयों की नई रूपरेखा।
मोदी सरकार में ऊपरी स्तर को कम और निचले स्तर का विस्तार करना चाहते हैं। मंत्रालयों की नई रूपरेखा में एक सोच वाले विभागों को साथ लाने की कोशिश है। मंत्रालय के गठन के दौरान लोगों की उम्मीदों और मौजूदा चुनौतियों को ध्यान में रखा गया है।
इसके अलावा कई मंत्रालय मिलाए जा सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, रेल परिवहन, उड्डयन, जहाजरानी और मेट्रो को मिलाकर परिवहन मंत्रालय बनाया जा सकता है। प्रवासी भारतीय मंत्रालय को विदेश मंत्रालय के साथ मिलाए जाने की संभावना है। ग्रामीण विकास मंत्रालय के साथ पंचायती राज मिलाया जा सकता है। इसके अलावा कृषि रसायन एवं खाद और उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय एक साथ होगा। शहरी विकास गरीबी उन्मूलन पर्यटन मंत्रालय मिलाकर बन सकता है इंफ्रास्ट्रक्चर मंत्रालय। सामाजिक न्याय और जनजातीय मामलों का मंत्रालय मिलाए जाने की भी संभावना है। आंतरिक सुरक्षा को गृह मंत्रालय के साथ मिलाया जा सकता है।
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